Archana Kumari. एशिया के सर्वाधिक सुरक्षित जेल तिहाड़ में बंद आईएसआईएस के आतंकी अब्दुल्लाह बासित ने दिल्ली दंगों का बदला लेने के लिए जेल में बंद एक दूसरे आईएसआईएस के आतंकी अजीमोशान के साथ मिलकर दंगा के हिंदू आरोपियों के मारने की साजिश रची थी ।
इसके लिए अब्दुल्लाह बासित ने को कुछ लोगों को तैयार करने को कहा था, जिसके बाद आतंकी अजीमोशान ने दिल्ली दंगों के आरोपी और जेल में बंद शाहिद को ब्रेन बास कर इस हत्या की साजिश को अंजाम देने के लिए उकसाया था ।
इस मामले में अब दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने आईएसआईएस के दोनों आतंकी अब्दुल्लाह वासित और अजीमोशान को जेल से रिमांड पर लिया है। दिल्ली पुलिस का कहना है कि इस मामले में शाहिद और असलम पूर्व में दबोचे जा चुके हैं और इनसे ही इस पूरे मामले का खुलासा हुआ था।
जांच से पता चला है कि तिहाड़ जेल से ही शाहिद ने फोन पर जेल के बाहर मौजूद असलम नाम के शख्स से पारा जेल के अंदर पहुंचाने के लिए कहा था लेकिन शाहिद की कॉल को स्पेशल सेल ने ट्रैक करके तिहाड़ में होने वाली खूनी साजिश का खुलासा कर दिया।
स्पेशल सेल रिमांड पर लिए गए दोनों आईएसआईएस आतंकियों से पूछताछ कर रही है और अब रिमांड में दोनों आतंकियों खुलासा करेंगे, उन्होंने इस तरह की प्लानिंग किसके कहने पर रची थी ।
दिल्ली पुलिस का कहना है कि साल 2018 में अब्दुल्लाह बासित की हुई थी गिरफ्तारी जबकि इंजीनियरिंग कोर्स से ड्रॉप आउट बासित को नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ने गिरफ्तार किया था।
जांच में पता चला कि कि अब्दुल्लाह आईएसआईएस अबु धाबी मोड्यूएल का हिस्सा था और NIA ने साल 2016 में ISIS अबु धाबी मोड्यूएल पर केस दर्ज किया था। NIA ने इसे हैदराबाद से गिरफ्तार किया था और गिरफ्तारी के बाद से ही अब्दुल्लाह बासित तिहाड़ जेल में बंद है।