अर्चना कुमारी पंजाब में आप सरकार में लुधियाना में एक हिन्दू मंदिर में तोड़ फोड़ की गई। बताते है महादेव के इस मंदिर पर तेज धारदार से वार करके 14 मूर्तियाँ को खंडित कर दिया गया।
इतना ही नहीं शिवलिंग को भी उखाड़ फेंका गया। पुलिस ने मौके पर पहुँचकर सीसीटीवी खंगाले लेकिन कोई पकड़ा नहीं गया। हैरत की बात है की पुलिस उदासीन है।जबकि इस घटना पर हिन्दू संगठनों ने खासी नाराजगी जताई है।
लुधियाना के जुगियाना क्षेत्र में पड़ने वाले गाँव साहनेवाल के पास राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक शिव मंदिर है।बताते है यहाँ 26-27 फरवरी रात को उपद्रवियों ने इस घटना को अंजाम दिया।
अगले दिन सुबह जब पुजारी पूजा-पाठ के लिए आए तो उन्होंने मंदिर को अस्त-व्यस्त देखा।उनके अनुसार मंदिर के शीशे टूटे हुए थे। माता दुर्गा सहित अन्य 14 मूर्तियों पर तलवार से वार किए गए थे। मूर्तियों के सिर और हाथ हिस्से टूट गए थे।
शिवलिंग को उखाड़ दिया गया था। इसके अलावा, पूजा सामग्रियों को भी बिखेर कर फेंक दिया गया था। पुजारी का कहना है गेट पर लगे ताले भी टूटे हुए मिले थे। उसने घटना की सूचना मंदिर कमेटी के सदस्यों को दी।
जिसके बाद मंदिर कमेटी के सदस्यों ने घटना की सूचना साहनेवाल पुलिस को दी।पुलिस ने बताया मंदिर में कोई कैमरा नहीं लगा था। इस कारण आरोपियों की पहचान नहीं हो पाई।लेकिन पुलिस आसपास की फैक्ट्रियों के फुटेज देखने पर कुछ हमलावरों के सुराग मिले है।
पुलिस ने आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार करने का भरोसा दिया है।लेकिन इस बीच हिन्दू संगठन के सदस्य मौके पर पहुँच गए और पुलिस-प्रशासन पर ढिलाई बरतने का आरोप लगा हंगामा किया।लोकल एक हिंदू नेता ने
बताया कि कुछ ही दिन पहले गोवंश का कटा सिर मिला था, जिसमें अभी तक कोई पकड़ा नहीं गया है। वहीं, एक और हिंदू नेता कहा कि पंजाब में मंदिरों पर हमले आम हो गई है।
उन्होंने इस घटना को शिवरात्रि से पहले हिन्दुओं की भावनाओं को आहत करने वाला बताया। ज्ञात हो अभी तक इस मामले में किसी भी हमलावर की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
पुलिस ने आक्रोशित लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। हिन्दू संगठनों ने कार्रवाई के लिए प्रशासन को 72 घंटों का अल्टीमेटम दिया है।