अर्चना कुमारी। ब्राह्मण होना क्या गुनाह है क्या। अक्सर ब्राह्मणों को हरिजन एक्ट में झूठे फंसा देने के मामले तो आते रहते हैं लेकिन इस बार अलीगढ़ में ब्राह्मण लड़की के साथ गैंग रेप और हत्या की वारदात सामने आई और अब एक आरोपी को पकड़ा गया है लेकिन मामले की सीबीआई जांच की मांग की जा रही है। बताया जाता है कि अब इस मामले को लेकर पीड़ित परिवार ने दी सामूहिक आत्महत्या करने की धमकी। परिवार का कहना है कि आरोपियों को 72 घंटे में गिरफ्तार और उनके घर पर बुलडोजर नहीं चलाया गया था तो उनके साथ नाइंसाफी होगी।
गरीब ब्राह्मण परिवार के लड़की के सामुहिक दुष्कर्म और हत्या का आरोप लगाते हुए मृतक के पिता फफक-फफक का रो पड़े। पिता ने बताया कि गांव के ही सरपंच के भाई और उसके साथियों ने लड़की के साथ दुष्कर्म कर उसका वीडियो बनाया, इसके बाद उसकी हत्या कर दी। पिता ने रोते हुए कहा कि 13 जुलाई की इस घटना पर पुलिस ने अभी तक ना आरोपियों को गिरफ्तार किया है और ना ही मामले में कोई उचित कार्रवाई हुई है। उन्होंने बताया की वो बेहद गरीब हैं, आरोपी रसूखदार परिवार से होने के कारण अभी तक इस मामले में कुछ नहीं हुआ।
इस बीच बताया जाता है कि अलीगढ़ में ब्राह्मण युवती के साथ हुए गैंग रेप प्रकरण में मुख्य आरोपी को 8 दिनों के बाद पुलिस ने शुक्रवार देर रात गिरफ्तार कर लिया है। आरोप है कि पुलिस ने सबूत मिटाने के लिए मृतका के कपड़ों को गायब कर दिया है लेकिन पुलिस ने इस आरोप को बेबुनियाद बताया। पुलिस का कहना है कि विवेचना से मृतका का आरोपी तजेंद्र से पूर्व से संपर्क होना एवं अन्य परिस्थिति जन्य साक्ष्यों आदि के आधार पर उपरोक्त आरोपी को गिरफ्तार किया जा चुका है, इस संबंध में क्षेत्राधिकारी खैर राजीव द्विवेदी का कहना है आरोपी का लड़की से प्रेम संबंध था लेकिन आरोपी की कुछ दिन पहले शादी हो गई थी उसके बाद दोनों के बीच मनमुटाव हुआ,बाद में लड़की के पिता ने लड़की की मौत के बाद आरोपी पर गंभीर आरोप लगाए थे जिसकी जांच चल रही है । गौरतलब है कि 13 जुलाई को 20 साल की ब्राह्मण युवती की अलीगढ़ में गैंग रेप के बाद हत्या कर दी गई थी।
तीन आरोपियों पर गैंग रेप कर हत्या करने का मामला है दर्ज लेकिन पुलिस किसी को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। मृतका के भाई ने कहा कि आरोपियों के मोबाइल में दुष्कर्म की वीडियो है और पता चला है कि आरोपी लंबे समय से पीड़िता का शोषण कर रहे थें। बताया जाता है कि पीड़ित परिवार को ब्राह्मण होने की सजा भुगत रहे हैं और पलायन को मजबूर हैं। परिवार के सदस्य बता रहे हैं, यदि इंसाफ नहीं मिला तो घर बेचकर जिले को छोड़कर चलेे जाएंगे। लेकिन अलीगढ़ पुलिस का कहना है कि लड़की की मौत अपने घर पर हुई थी, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृत्यु का कारण स्पष्ट नहीं है, विसरा प्रिजर्व किया गया। मुकदमा पंजीकृत कर विवेचनात्मक कार्यवाही की जा रही है। ज्ञात हो अलीगढ़ में 13 जुलाई को खैर इलाके में सामूहिक दुराचार के बाद युवती की हत्या में आरोपियों पर कार्रवाई नहीं होने को लेकर थाने का घेराव किया गया।
भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओ ने थाने का घेराव कर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। बताया जा रहा है कि 13 जुलाई को लड़की खेतों पर पशुओं का चारा लेने गई थी। वहां पर ही गांव के वर्तमान प्रधान के भाई और उसके तीन चार अज्ञात साथियों ने लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार किया और उसकी हत्या कर दी। पीड़ित परिजनों का आरोप है कि प्रधान ने घर आकर लड़की का जल्द से जल्द अंतिम संस्कार करने का दबाव बनाया। पुलिस को भी फोन नहीं करने दिया।
वहीं जब पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। तब पुलिस मृतक लड़की के शव और उसके मोबाइल को अपने साथ ले गई। परिजनों का कहना है कि मोबाइल में साक्ष्य मौजूद है। सामूहिक बलात्कार करने वालों ने लड़की का वीडियो क्लिप भी बनाया है। परिजनों का कहना है कि लड़की ने अपने मोबाइल में सबूत छोड़ा है। वहीं पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया है कि आरोपी की दबंगई के कारण हमें कार्रवाई करने से रोक रहे हैं। पीड़ित परिवार के समर्थन में आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।