आईएसडी नेटवर्क। सूत्रों के अनुसार प्रवर्तन निदेशालय ने टीआरपी स्कैम में शुक्रवार को एफआईआर दर्ज कर ली है। इसके बाद टीआरपी घोटाले की जाँच ईडी की मुंबई ब्रांच करेगी। ईडी टीआरपी के सभी मामलों को मर्ज कर संयुक्त जाँच करने जा रही है। इस जाँच में टीआरपी को लेकर किये गए आर्थिक लेनदेन भी शामिल होंगे।
सूत्रों के मुताबिक प्रवर्तन निदेशालय उन सभी चैनलों से पूछताछ करेगा, जिनके नाम मुंबई पुलिस की दर्ज की गई एफआईआर में आए थे। यदि ने एक Enforcement Case Information Report दायर की है। ये भी पता चला है कि इस घोटाले में मुंबई पुलिस की अब तक की गई जाँच भी ईडी के स्केनर से होकर गुज़रेगी।
ईडी इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के उस आरोप की जाँच भी करने जा रही है, जो मुंबई पुलिस ने अपनी एफआईआर में लगाए थे। उल्लेखनीय है कि मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने विगत 8 अक्टूबर को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दावा किया था कि न्यूज़ चैनलों की रेटिंग्स को पैसा देकर प्रभावित किया जा रहा है।
इस मामले में रिपब्लिक भारत के साथ इंडिया टुडे समूह का नाम भी आया था। ईडी ने इस टीआरपी स्कैम में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत भी केस दर्ज कर लिया है। ये केस दर्ज होने के बाद महाराष्ट्र सरकार और केंद्रीय एजेंसियों के बीच टकराव और बढ़ने की आशंका दिखाई दे रही है। ईडी इस केस के साथ सुशांत सिंह राजपूत केस की जाँच भी कर रही है।
चूँकि ये सारे मामले सुशांत की संदिग्ध हत्या के बाद ही शुरु हुए थे और रिपब्लिक भारत देश बनाम उद्धव सरकार प्रकरण का केंद्र बन गया है। ईडी द्वारा केस दर्ज करते ही ट्विटर पर ये #Impose302InSSRCase के शीर्षक से ट्रेंड करने लगा और कुछ ही घंटों में सबसे ऊपर आ गया।
उल्लेखनीय है कि पिछले दो माह में ये पहला ऐसा समाचार है, जिससे सुशांत सिंह राजपूत और अर्णव गोस्वामी के समर्थकों में ख़ुशी की लहर दौड़ गई है। अब उन्हें ये उम्मीद दिखाई दे रही है कि बॉलीवुड में ड्रग्स, सुशांत सिंह राजपूत की हत्या और दिशा सालियान की हत्या का सच बाहर आएगा। केस दर्ज होने के बाद अब तक मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की कोई प्रतिक्रिया देखने में नहीं आई है।