एक शादीशुदा महिला को पड़ोसी युवक से दिल लगाना बेहद महंगा साबित हुआ। जिस महिला से पड़ोसी युवक ने प्यार किया, उसी ने उसके दस साल के बेटे को किडनैप कर मार दिया। क्योंकि पति से अलग रही महिला ने बेटे की वजह से इस युवक से शादी करने में दिलचस्पी नहीं दिखाई थी।
खास बात यह है कि बच्चे की हत्या के बाद आरोपी महिला की सहानुभूति बटोरने के लिए उसकी खोजबीन का ड्रॉमा करता रहा। हालांकि, पुलिस की जांच में उसका भेद खुल गया और इस मामले में पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया ।
आरोपी ने CID सीरियल देख इस बच्चे को अगवा कर मारने की साजिश रची थी। आरोपी की पहचान बिट्टू (22) के तौर पर हुई जो संजय कॉलोनी भाटी माइंस इलाके का रहने वाला है। यह मामला मैदानगढ़ी इलाके का है।
उधर,परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं और उन लोगों का कहना है कि पुलिस ने बच्चे की गुमशुदगी होने के बाद बच्चे की तलाश में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई।
पुलिस ने बताया संजय कॉलोनी निवासी एक महिला ने करीब दस साल के बेटे की गुमशुदगी दर्ज करायी थी। उसका कहना था कि उसका बेटा शिवम शाम चार बजे जनरल स्टोर पर कुछ सामान लेने के लिए गया था जो वापस नहीं लौटा।
उसकी काफी खोजबीन की लेकिन कुछ पता नहीं चला। इस बात की जानकारी परिजनों ने पुलिस को भी दी थी और पुलिस ने किडनैपिंग का केस दर्ज कर लिया। महरौली सब डिवीजन एसीपी रणबीर सिंह और मैदानगढ़ी थानाध्यक्ष जतन सिंह की टीम ने मामले की जांच शुरु की।
लेकिन घटना के वक्त बच्चे का पता पुलिस भी नहीं कर पाई लेकिन महिला से बात करने पर पता चला उसका पति से विवाद चल रहा है। बच्चे की कस्टडी को लेकर भी उसका झगड़ा था।
बच्चे का पति शिवम को कई बार अपने घर भी ले जा चुका था, जिसे बाद में उसकी मां अपने साथ ले आई। इस सिलसिले में बच्चे के माता पिता दोनों से ही बात की गई लेकिन कोई क्लू नहीं मिला और ना ही शिवम का कुछ पता चला।
इस सबके बीच 24 दिसंबर को रिज इलाके में तालाब से सड़ी हालत में बच्चे की लाश मिली। वह महिला का ही बेटा शिवम निकला। जांच करवाई और तफ्तीश के दौरान जांच में एक नया एंग्ल जुड़ गया।
वह महिला का जानकार युवक था। टैक्नीकल सर्विलांस की मदद से पुलिस ने बिट्टू नाम के इस युवक को हिरासत में ले लिया। पुलिस को जांच के दौरान उस पर संदेह हुआ था क्योंकि यह शख्स अफसर शिवम की मां के साथ थाने आता था।
उससे पूछताछ की गई जिसके बाद बच्चे की मौत का राजफाश हो गया। आरोपी ने खुलासा किया वह महिला के बेहद नजदीक था। उससे शादी करना चाहता था, लेकिन घर वालों ने उसकी शादी किसी दूसरे युवती से करा दी। ऐसा होने से वह बहुद दुखी हुआ, क्योंकि वह महिला से बेहद प्यार करता था।
उसे वह अपनी पत्नी बनाना चाहता था। दो साल बाद इस महिला का अपने पति से विवाद हो गया। बात इतनी बढ़ गई कि दोनों अलग अलग रहने लगे। महिला अपने मायके रहने लगी। पति पत्नी का विवाद होने से उसे एक बार फिर महिला के नजदीक आने का मौका बिट्टू को मिल गया।
वह महिला के घर जाने लगा। बच्चे से भी दोस्ताना व्यवहार करने लगा। बिट्टू ने महिला से शादी का ऑफर दिया। लेकिन उसने बेटे के कारण ऐसा करने से मना कर दिया। इस कारण यह बच्चा बिट्टू की आंखों में खटकने लगा।
बिट्टू ने सीआईडी सीरियल देख इस बच्चे को रास्ते से हटाने का खौफनाक प्लान बनाया। अपने मंसूबों को अंजाम देने के लिए 28 नवंबर को वह बच्चे को कुछ खिलाने के बहाने ग्रामीण सेवा से मैदानगढ़ी इलाके के जंगल में ले आया, जहां उसने गमछे से बच्चे का गला घोंट दिया।
इसके बाद तालाब में बच्चे का शव फेंक दिया। बाद में घर लौट वह बच्चे की खोजबीन का ड्रॉमा करता रहा। अगले दिन आरोपी फिर मौके ए वारदात पर पहुंचा, जहां उसने देखा कि शिवम की लाश तालाब में नजर आ रही है।
उसने शव काे बाहर निकाल पत्थर के नीचे छिपा दी। इसके बाद पचास रुपए का पेट्रोल खरीदकर लाया और शव जलाने की कोशिश की। गीले कपड़े और कम पेट्रोल होने की वजह से वह शव को नहीं जला सका। इसके बाद वह चला गया।
अगले दिन वह फिर मौके पर गया, जहां उसने बच्चे के कपड़े और जूते निकाल दिए। शव काे प्लास्टिक बैग में रखा और तालाब में फेंक दिया।
उसकी करतूतों पर किसी की नजर नहीं पड़े, इस वजह से शातिर आरोपी अक्सर महिला के घर पहुंच कर उसका दुख दर्द बांटता रहा लेकिन कलई खुलने के बाद उसे सलाखों के पीछे भेज दिया गया है।
इस तरह एक महिला की हंसती खेलती जिंदगी बर्बाद हो गई और यह महिला ना तो पति की हो पाई और ना ही प्रेमिका के।