अर्चना कुमारी। प्रवर्तन निदेशालय कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी से लगातार पूछताछ कर रही है। सूत्रों का दावा है कि नेशनल हेराल्ड केस में गांधी परिवार पर जल्द शिकंजा कर सकता है लेकिन इस बीच कांग्रेसी नेता उटपटांग हरकत करके वफादारी सिद्ध करने को आतुर है। कांग्रेसी नेता नहीं चाहते कि राहुल गांधी तथा उसकी मां सोनिया गांधी से किसी तरह की पूछताछ हो पाए इस वजह से वह लगातार कानून विरोधी कार्य कर रहे हैं।
कांग्रेसी नेताओं ने पहले तो 24 अकबर रोड से ED हेडक्वार्टर तक रैली निकालने की कोशिश की और इसके बाद किसी तरह से जांच को प्रभावित करने में जुटे हुए हैं । इस पर दिल्ली पुलिस ने कार्रवाई करते हुए काफी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को डिटेन किया गया था, इसमें कई सांसद, विधायक और सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता शामिल थे।
पुलिस का कहना है कि सोमवार को 26 सांसदों और विभिन्न राज्यों के 5 विधायकों सहित कांग्रेस के 459 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया था। इसको लेकर मंगलवार को भी दिल्ली पुलिस सड़कों पर कई तरह का इंतजाम कर रखी थी। अकबर रोड के पास के इलाके में धारा 144 लागू है। इसके मद्देनजर इलाके में काफी बल तैनात किए गए ।
रास्ते को बंद कर रखा गया और कई रुट को डाइवर्ट किया गया । पुलिस का यह भी कहना है, कि हमने आयोजकों से बात की है। अगर वह बड़े तौर पर प्रदर्शन करना चाहते हैं, तो उसके लिए जंतर-मंतर पर जगह दी गई है। जिन 449 लोगों को हिरासत में लिया गया था, बाद में सभी को छोड़ दिया गया। इसको लेकर ट्रैफिक ने स्पेशल अरेंजमेंट भी किया ।
इसको लेकर न्यू दिल्ली इलाके के गोल डाकखाना जंक्शन, पटेल चौक, तीन मूर्ति चौक, विंडसर प्लेस में बस की सेवाएं प्रतिबंधित रखी गई । दिल्ली पुलिस का कहना है कि अगले एक-दो दिन में यह व्यवस्था बनी रह सकती है। गौरतलब है कि नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर राहुल गांधी लगातार दूसरे दिन प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश हुए जबकि प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश होने से पहले राहुल पार्टी मुख्यालय गए और उनके साथ प्रियंका वाड्रा भी थीं। ज्ञात हो कि नेशनल हेराल्ड मामले की शिकायत भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने की थी और स्वामी ने राहुल गांधी और सोनिया गांधी पर नेशनल हेराल्ड की संपत्ति पर कब्जा जमाने का आरोप लगाया।