अर्चना कुमारी। प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली की रद्द आबकारी नीति मामले में आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह को गिरफ्तार कर लिया। सूत्रों का दावा है, संजय सिंह पूछताछ के दौरान सहयोग नहीं कर रहे थे, घोटाले से जुड़े तथ्य छुपा रहे थे। ऐसे में कस्टोडिएल इंटेरोगेशन जरूरी थी, जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी की गई।
संजय सिंह की गिरफ्तारी के खिलाफ आम आदमी पार्टी बीजेपी मुख्यालय पर एक बड़ा प्रोटेस्ट करेगी और आप नेताओ ने विरोध प्रकट करते हुए इसका विरोध जताया है। केजरीवाल ने कहा चुनाव आते आते कई विरोधी दल के नेता इसी तरह पकड़े जाएंगे। जबकि मनोज तिवारी , सांसद , बीजेपी ने कहा अपराधी चाहे जितना ही शाना हो ,लेकिन ईश्वर सब देखता है ,आज उन माताओं की याद आ रही है , जो शराब के ठेके के बाहर धरना देती थी।
सूत्रों ने बताया बुधवार को संजय सिंह के परिसरों पर छापेमारी के बाद बुधवार शाम को इनको गिरफ्तार किया गया। उनके ठिकाने से कई दस्तावेज भी कब्जे में लिए गए। वह दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के बाद इस मामले में गिरफ्तार होने वाले आप के दूसरे बड़े नेता हैं। ज्ञात हो ईडी ने अपने आरोपपत्र में संजय सिंह के नाम का उल्लेख किया था।
इसमें कहा गया है कि बिचौलिए दिनेश अरोड़ा ने कहा था कि वह संजय से रेस्तरां ‘अनप्लग्ड कोर्टयार्ड’ में एक पार्टी के दौरान मिला था। इसमें कहा गया है कि 2020 में,संजय सिंह ने उससे रेस्तरां-मालिकों से दिल्ली विधानसभा चुनाव के वास्ते आम आदमी पार्टी के लिए कथित तौर पर धन जुटाने के लिए कहने का अनुरोध किया था।
अरोड़ा ने कहा कि उसने 82 लाख रुपये का चेक दिया। आरोपपत्र के अनुसार, दिनेश अरोड़ा ने अपने बयान में कहा कि एक अन्य आरोपी – अमित अरोड़ा – अपनी शराब की दुकान ओखला से पीतमपुरा स्थानांतरित करने में मदद चाहता था। आरोप है कि वह अमितअरोड़ा भी संजय सिंह के माध्यम से ऐसा कराने में कामयाब रहा क्योंकि संजय सिंह ने सिसोदिया से कहा, जिसके बाद आबकारी विभाग ने मामले का निस्तारण किया। आरोपपत्र में कहा गया है कि दिनेश अरोड़ा ने यह भी कहा कि उसनें संजय सिंह के साथ मुख्यमंत्री केजरीवाल से उनके आवास पर एक बार मुलाकात की थी, जबकि सिसोदिया से पांच-छह बार बात की थी।