अर्चना कुमारी। शोभा यात्रा’ निकालने का आह्वान किए जाने के मद्देनजर हरियाणा के नूंह एवं अन्य इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि ‘यात्रा’ की अनुमति नहीं दी गई है। उन्होंने कहा, ‘‘यात्रा में भाग लेने के बजाय लोग जलाभिषेक के लिए अपने-अपने इलाकों के मंदिरों में जा सकते हैं।’’
उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था बनाए रखना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है। सावन के महीने का आखिरी सोमवार 28 अगस्त को है। प्राधिकारियों द्वारा अनुमति नहीं दिए जाने के बावजूद यात्रा का आह्वान किया गया है। कड़ी निगरानी रखने के लिए अर्धसैनिक बलों सहित सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है और अंतरराज्यीय तथा अंतरजिला सीमाओं पर भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। हरियाणा पुलिस कहा कि प्रशासन ने तीन से सात सितंबर के दौरान नूंह में होने वाली जी20 शेरपा समूह की बैठक के मद्देनजर और 31 जुलाई कीं हिंसा के बाद कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए यात्रा की अनुमति देने से इनकार कर दिया है।
नूंह में अर्धसैनिक बलों की 24 कंपनी के अलावा हरियाणा पुलिस के 1,900 कर्मी तैनात किए गए हैं। किसी भी बाहरी व्यक्ति को नूंह में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी और जिले के सभी प्रवेश को सील कर दिया गया है। मल्हार मंदिर की ओर जाने वाली सड़क भी बंद कर दी गई है।
मोबाइल इंटरनेट और ‘बल्क एसएमएस’ सेवाओं को निलंबित कर दिया है और सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील जिले में निषेधाज्ञा लागू कर दी है। जिला प्रशासन ने एहतियात के तौर पर दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 (निषेधाज्ञा) लगा दी है, जिसके तहत एक क्षेत्र में चार या इससे अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगा दी गई है। यह आदेश सोमवार तक प्रभावी रहेगा।