आईएसडी रिपोर्टर। रिपब्लिक भारत और महाराष्ट्र सरकार के बीच की लड़ाई अब खुलकर सामने आ गई है। शुक्रवार को महाराष्ट्र विधानसभा ने अर्नब गोस्वामी को एक ऐसा नोटिस दिया, जिसमे दस मिनट के भीतर विधानसभा में उपस्थित होने का आदेश दिया गया था। अब ऐसा लगने लगा है कि प्रतिशोध की भावना से काम कर रही ये सरकार कायदे-कानून ही भूल चुकी है।
उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र विधानसभा द्वारा रिपब्लिक भारत को चौथी बार नोटिस भेजा गया था और मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है। इसके बाद रिपब्लिक की ओर से इस नोटिस की टाइमिंग को लेकर महाराष्ट्र विधानसभा पर आरोप लगाए गए हैं। अर्नब गोस्वामी को एक ही समय में दो समन भेजे गए थे। इसी दस मिनट में उन्हें एक थाने में भी हाजिरी देने जाना था।
सुशांत सिंह राजपूत केस में अब तक केवल रिपब्लिक भारत ही हत्या के एंगल से जाँच कर रहा है और समझा जा रहा है कि महाराष्ट्र की उद्धव सरकार इसी बात के कारण चैनल के विरुद्ध प्रतिशोध वाला रवैया अपनाए हुए हैं। इस बीच सीबीआई के सूत्रों की ओर से कहा गया है कि जाँच एजेंसी अभी तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है।
सीबीआई ने दिशा सालियान के केस को दोबारा खोल दिया है। सीबीआई की टीम लगातार दिशा के मंगेतर रोहन रॉय की तलाश कर रही है। मुंबई पुलिस ऐसे सारे लोगों को उठा रही है, जिनका इस केस से कोई संबंध है। पुलिस ने दिल्ली से विभोर आनंद नामक व्यक्ति को उठाया है।
विभोर आनंद नामक ये व्यक्ति ट्वीटर पर लगातार सुशांत सिंह राजपूत केस को लेकर जानकारियां डाल रहा था। स्पष्ट है कि महाराष्ट्र सरकार और रिपब्लिक भारत के बीच लड़ाई अब खुलकर सामने आ चुकी है। विधानसभा द्वारा ऐसा नोटिस भेजे जाने पर देशभर में आश्चर्य व्यक्त किया जा रहा है।
विधानसभा द्वारा ऐसा नोटिस भेजे जाने पर देशभर में आश्चर्य व्यक्त किया जा रहा है। जबकि रिपब्लिक भारत चार बार नोटिस भेजा जा चुका है। चैनल की ओर से आरोप लगाया गया है कि सरकार चैनल के जाँच अभियान को रोकना चाहती है।