अर्चना कुमारी। अतीक अहमद अपने बेटे की मौत से गमगीन है लेकिन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस कर्मियों को बधाई दी है लेकिन इस एनकाउंटर को लेकर उत्तर प्रदेश में राजनीति शुरू हो गई है। गौरतलब है कि बृहस्पतिवार को झांसी में माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और उसके एक साथी गुलाम को मुठभेड़ में मार गिराया गया ।
प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड में वांछित असद अहमद और गुलाम पांच-पांच लाख रुपये के इनामी बदमाश थे। दोनों की झांसी में एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में मौत हो गई। मुठभेड़ में शामिल उत्तर प्रदेश एसटीएफ की टीम का नेतृत्व पुलिस उपाधीक्षक नवेंदु कुमार और विमल कुमारं ने किया। इस मुठभेड़ के बाद समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि झूठे एनकाउंटर करके भाजपा सरकार सच्चे मुद्दों से ध्यान भटकाना चाह रही है।
लेकिन उत्तर प्रदेश पुलिस का कहना है कि इस अभियान में दो पुलिस उपाधीक्षक, दो निरीक्षक, एक उप निरीक्षक (एसआई), पांच हेड कांस्टेबल तथा दो कमांडो शामिल थे । मुठभेड़ में मारे गए आरोपियों के पास से अत्याधुनिक विदेशी हथियार बरामद किए गए हैं। इनमें ब्रिटिश बुलडाग रिवॉल्वर तथा वाल्थर पिस्तौल शामिल है । यह घटना बृहस्पतिवार की दोपहर साढे बारह बजे से एक बजे के बीच हुई। एसटीएफ की एक टीम ने जब मोटरसाइकिल से भागने की कोशिश कर रहे असद और गुलाम को रोका, तो दोनों ने उन पर गोलियां चलाईं। एसटीएफ की जवाबी कार्रवाई में असद और गुलाम मारे गए। मौके की तस्वीरों और वीडियो में जमीन पर दो शव और उनके पास एक मोटरसाइकिल नजर आ रही है। बाद में एक एंबुलेंस से दोनों शवों को अस्पताल ले जाया गया।
मुठभेड़ के बाद उमेश पाल की पत्नी जया पाल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रशासन का आभार जताया। जया पाल ने कहा, उन्होंने जो कुछ भी किया है, सही है। उन्होंने (मुख्यमंत्री ने) अपनी बेटी के पति के हत्यारे को सजा दी है। मैं अपना आभार व्यक्त करती हूं। वह पिता के समान हैं। न्याय हुआ है।’ जया पाल ने उम्मीद जताई कि मामले के अन्य आरोपियों के खिलाफ भी कठोर कार्रवाई की जाएगी।
इस बीच, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने मुठभेड़ के बाद ट्वीट कर कहा, ‘झूठे मुठभेड़ करके भाजपा सरकार सच्चे मुद्दों से ध्यान भटकाना चाह रही है। मुठभेड़ की भी गहन जांच-पड़ताल हो तथा दोषियों को नहीं छोड़ा जाए। सही-गलत के फ़ैसलों का अधिकार सत्ता का नहीं होता है। बसपा प्रमुख मायावती ने ट्वीट कर कहा, ‘अतीक अहमद के बेटे व एक अन्य की आज पुलिस मुठभेड़ में हुई ,हत्या पर अनेकों प्रकार की चर्चायें गर्म हैं। लोगों को लगता है कि विकास दुबे काण्ड के दोहराए जाने की उनकी आशंका सच साबित हुई है। अत: घटना के पूरे तथ्य एवं सच्चाई जनता के सामने आ सके इसके लिए उच्च-स्तरीय जांच जरूरी।‘
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट किया, ‘उप्र एसटीएफ को बधाई देता हूं। अधिवक्ता उमेश पाल और पुलिस के जवानों के हत्यारों का यही हश्र होना था।‘अगर आप अपराध नहीं करते हैं, तो कोई आपको हाथ तक नहीं लगाएगा। लेकिन, अगर आप अपराध करते हैं, तो आपको किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।’ उन्होंने कहा कि यह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार है, न कि समाजवादी पार्टी (सपा) की, जिसमें अपराधियों को बख्शा जाएगा।
गौरतलब है कि 25 फरवरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उप्र विधानसभा में किसी का नाम लिये बगैर आरोप लगाया था, ‘‘वह समाजवादी पार्टी द्वारा पोषित माफिया है। उसकी कमर तोड़ने का काम हमारी सरकार ने किया है। हम इस माफिया को मिट्टी में मिला देंगे। उन्होंने सपा की तरफ इशारा करते हुए कहा था, ‘यह पेशेवर अपराधियों के सरपरस्त हैं और यह लगातार यही करते आ रहे हैं। इनके रग-रग में अपराध भरा हुआ है। अपराध के अलावा इन्होंने कुछ सीखा ही नहीं है। पूरा उत्तर प्रदेश इस बात को जानता है और आज यह लोग अपनी सफाई देने के लिए यहां पर आए हैं।