अर्चना कुमारी। बिहार का माफिया रहा शाहबुद्दीन के बेटे के साथ मिलकर एके-47 से हमला करने वाले एक कुख्यात बदमाश को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया। इसकी पहचान आजाद अली के रूप में की गई है। पुलिस का कहना है कि इस घटना में एक युवक की मौत हो गई थी जबकि सात लोग घायल हुए थे। बिहार में दो गुटों के बीच चल रही गैंगवार के चलते इस हमले को अंजाम दिया गया था।
दरअसल दिल्ली पुलिस को सूचना मिली थी बिहार का कुख्यात गैंगस्टर आजाद अली कई मामलों में वांछित चल रहा है। विधान परिषद चुनाव के दौरान हुए शूटआउट में वह शामिल था। यह पता चला कि इन दिनों वह दिल्ली एनसीआर में छिपा हुआ है। इस जानकारी पर पुलिस टीम उसकी तलाश कर रही थी। इस बीच पुलिस टीम को सूचना मिली कि आजाद अली राजघाट पर रिंग रोड के समीप आएगा। इस जानकारी पर बिहार की स्पेशल टास्क फोर्स और स्पेशल सेल की जॉइंट टीम वहां पर तैनात की गई और आरोपी को पकड़ लिया गया ।
तलाशी में उसके पास से एक सिंगल शॉट पिस्तौल और तीन जिंदा कारतूस बरामद किए गए। पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि बिहार के सिवान सदर थाना क्षेत्र में पिछले महीने चार अप्रैल को एक शूटआउट हुआ था ,जिसमें उसकी तलाश थी। इस घटना में आजाद अली, आफताब आलम और बाहुबली नेता रहे शहाबुद्दीन का बेटा ओसामा एवं उनके साथियों ने एके-47 से मोहम्मद रईस खान की गाड़ी पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई थी। बताया जाता है कि
इस घटना में कार में बैठे पांच लोग और पास से गुजर रहे तीन राहगीर घायल हुए थे। इसमें विनोद यादव नामक युवक की मौत हो गई थी। मौके से पुलिस को गोली के 37 खोल बरामद हुए थे। पुलिस को दबोचे गए आजाद अली ने बताया कि आफताब आलम और मोहम्मद रईस खान बिहार के सिवान के कुख्यात बदमाश हैं। दोनों के बीच रंजिश चल रही है। सिवान में वर्चस्व को लेकर उनके बीच आए दिन हमले होते हैं। आफताब आलम को शहाबुद्दीन का बेटा ओसामा का संरक्षण प्राप्त है। मोहम्मद रईस खान 2022 में विधान परिषद का चुनाव भी लड़ा था। इसमें वह हार गया था। आजाद अली के खिलाफ छह आपराधिक मामले दर्ज हैं जिनमें दो हत्या के मामले शामिल हैं। इसके अलावा हत्या प्रयास, लूट, आर्म्स एक्ट, अपहरण आदि वारदातों में भी वह शामिल रहा है।