अर्चना कुमारी । उत्तर-प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी पुलिस का खौफ इस कदर है कि एक बदमाश को यूपी पुलिस का डर इस कदर सताया कि उसने दिल्ली की जेल में बंद होना मुनासिब समझा । इसके लिए मुस्लिम समाज के बदमाश खुद को फंसता देख कर दिल्ली में आकर वारदात कर दी।
बदमाश को डर लग रहा था कि यूपी पुलिस उसका एनकाउंटर कर काम तमाम देगी। फिर क्या था इससे बचने के लिए उस ने दिल्ली की जेल में जाने की योजना बनाई और इसके तहत दिल्ली के कड़कड़डूमा कोर्ट के बाहर हवाई फायरिंग कर दी। फर्श बाजार थाना पुलिस ने आरोपी को मौके पर ही पकड़ लिया।
उसकी पहचान गांव हसनपुर, मेरठ निवासी अरमान (21) के रूप में हुई। बताया जाता है कि इसकी गिरफ्तारी पर यूपी पुलिस ने 50 हजार का इनाम घोषित किया हुआ था। पूछताछ में पता चला है कि यह बदमाश अरमानी गैंग का एक्टिव सदस्य है। उसके खिलाफ आठ आपराधिक मामले दर्ज हैं। बुलंदशहर में इनके गैंग ने कारोबारी से दो करोड़ की रंगदारी मांगी थी। मामले में यूपी पुलिस को इसकी तलाश थी। पुलिस ने जब इसके तीन साथियों को एनकाउंटर में ढेर कर दिया तो इसे अपनी जान का खतरा सताया और इसने दिल्ली आकर गोली चला दी।
इसके लिए बदमाश शुक्रवार दोपहर करीब 3.00 बजे कड़कड़डूमा कोर्ट के गेट नंबर-4 के बाहर गोली चला दी। वहां मौजूद पुलिस कर्मियों ने आरोपी को तमंचे समेत मौके पर पकड़ लिया। बाद में उसे फर्श बाजार थाना पुलिस के हवाले कर दिया गया। पुलिस ने बताया कि आरोपी के खिलाफ अवैध हथियार और गोली चलाने का मामला दर्ज किया। पुलिस ने जब आरोपी से पूछा कि उसने गोली क्यों चलाई तो उसने जवाब दिया कि वह जेल जाना चाहता है, इसलिए उसने यह वारदात को अंजाम दिया। आरोपी की बात सुनकर पुलिस अधिकारी हैरत में पड़ गए।
पूछताछ के दौरान कुछ ही देर में आरोपी ने गोली चलाने का कारण भी बता दिया। उसने बताया कि वह किसी तरह यूपी पुलिस से छिपकर दिल्ली पहुंचा, यूपी पुलिस उसकी तलाश कर रही है। वह यूपी का वांटेड बदमाश है। उस पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित है। इसने अपने गैंग के साथ मिलकर बुलंदशहर के कारोबारी से दो करोड़ की रंगदारी मांगी थी।
इसका खुलासा होने के बाद पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। यूपी पुलिस ने इसके तीन साथियों को एनकाउंटर में मार भी गिराया था। अरमान ने बताया कि उसने बेहद कम उम्र में ही अपराध की दुनिया में कदम रख लिया था। इनका गैंग अपहरण और रंगदारी के लिए जाना जाता है।