अर्चना कुमारी । गाजियाबाद का रहने वाला फैसल अपने दोस्त पारस के साथ मिलकर ठगी का रैकेट चला रहा था। पुलिस का दावा है कि सरकारी स्कीम के तहत लोन दिलाने के नाम पर देशभर के लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले एक फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश करते हुए 12 लोगों को पकड़ा गया।
छानबीन में पता चला है कि गैंग दवाइयां बेचने और विज्ञापन बुक करने की आड़ में फर्जीवाड़ा कर रहा था। पुलिस ने इस मामले में छह युवतियों समेत कुल 12 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 21 मोबाइल फोन, 29 रजिस्टर, दो नोटपैड के अलावा एक लैपटॉप बरामद किया है। दबोचे गए आरोपियों की पहचान फैसल (32), आमिर (26), रोहित वर्मा (27), विशाल (23), मोहित कुमार (32), संतोष (22), निधि (22), मेघा (22), अंशु (22), स्वेता (26), उषा (30) और अर्चना (34) के रूप में हुई है। पुलिस को जांच में पता चला है कि आरोपी देशभर के लोगों को कम ब्याज पर सरकारी स्कीम में लोन दिलाने की बात करते थे।
पीड़ित इनसे संपर्क करते थे, आरोपी पीड़ितों से लोन के लिए प्रोसेसिंग फीस व दूसरी फीस के नाम पर रुपये लेते थे। गैंग सरगना फैसल (32) और पारस बताया जाता है और इसमें पुलिस ने फैसल को गिरफ्तार कर लिया जबकि पुलिस की छापेमारी के बाद से आरोपी पारस फरार है। पुलिस का कहना है कि सूचना मिली थी कि बाल उद्यान रोड, उत्तम नगर इलाके की एक बिल्डिंग में फर्जी कॉल सेंटर चलाया जा रहा है।
यहां लोन दिलवाने की बात कर लोगों से ठगी की जा रही है। छानबीन के दौरान पुलिस को पता चला कि कॉल सेंटर सेक्टर-23, संजय नगर, गाजियाबाद निवासी फैसल व उसका पार्टनर पारस चला रहे हैं। पुलिस की एक टीम जांच के लिए कॉल सेंटर पहुंची। वहां छानबीन के दौरान आरोपी फैसल ने पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया लेकिन वहां मौजूद सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।