अर्चना कुमारी बेंगलुरु शहर का लोकप्रिय रेस्तरां रामेरम कैफे विस्फोट के आठ दिन बाद शनिवार को खुला और अपने ग्राहकों की सेवा में जुट गया।
ब्रुकफील्ड क्षेत्र में स्थित इस कैफे में एक मार्च को कम तीव्रता का एक विस्फोट हुआ था, जिसमें 10 लोग घायल हुए थे। उनमें ग्राहक और कैफे के कर्मी शामिल थे। लेकिन किसने हमला किया। इसका पता नही चल पाया।
इस कैफे को शुक्रवार को महाशिवरात्रि के मौके पर कड़ी सुरक्षा के बीच फिर खोला गया था। यहां सुरक्षा इसलिए सख्त की गयी है, ताकि भविष्य में कोई अप्रिय घटना न हो।
वैसे आम जनता की खातिर इसे आज से खोला गया। प्रशासन के मुताबिक, ग्राहकों की जांच के लिए कैफे के प्रवेश द्वार पर मेटल डिटेक्टर लगाए गए हैं। कैफे के कर्मचारी ग्राहकों को प्रवेश देने से पहले उनकी डिटेक्टर के जरिये जांच करेंगे।
सभी ग्राहकों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी और कर्मचारी संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखेंगे। शनिवार सुबह रामेरम कैफे के सह-संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) राघवेंद्र राव ने ग्राहकों का स्वागत करने से पहले अपने कर्मियों के साथ राष्ट्रगान गाया। ग्राहकों को कैफे में प्रवेश करने के लिए मेटल डिटेक्टर के जरिये जांच से गुजरना पड़ा।
ग्राहकों को कैफे के अंदर कतार में खड़े होकर ऑर्डर देते हुए देखा गया। सुबह आठ बजे तक कैफे में सामान्य कामकाज बहाल हो गया था और वह पहले की तरह अपने ग्राहकों की सेवा में जुट गया। राव ने कहा, ‘‘हमने अपनी सुरक्षा टीम को मजबूत किया है और हम पूर्व सैनिकों का एक अलग पैनल गठित करने का प्रयास कर रहे हैं, जो हमारी सभी शाखाओं में सुरक्षागार्ड को प्रशिक्षण देंगे।’’
शुक्रवार को जब ब्रुकफील्ड स्थित इस कैफे को खोला गया था, तो वहां पूजा की गयी थी। इस अवसर पर उसे फूलों से अच्छी तरह सजाया गया था। पूरे दिन पुलिस वहां तैनात रही। एक मार्च को हुए विस्फोट के बाद पुलिस जांच के मद्देनजर कैफे को घेर दिया गया था।