Archana Kumari. अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र शरजील उस्मानी के खिलाफ दिल्ली के लक्ष्मी नगर थाने में मामला दर्ज किया गया है। उस पर धार्मिक भावनाएं भड़काने का आरोप लगा है लेकिन आरोपी की गिरफ्तारी अभी नहीं की गई है। पुलिस जल्द नोटिस देकर उससे पूछताछ कर सकती है।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि शरजील उस्मानी के खिलाफ एफआईआर ट्वीट के जरिए धार्मिक भावनाएं भड़काने को लेकर है और उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 505 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। शिकायतकर्ता भाजपा नेता नवीन कुमार का कहना है कि शरजील उस्मानी ने हाल ही में कुछ ट्वीट किए थे, जिनको लेकर विवाद हो गया था ।
जांच करवाई में पता चला है कि शरजील उस्मानी उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ का रहने वाला है और उसके पिता तारिक उस्मानी अलीगढ़ यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं। वह अक्सर ट्विटर पर विवादित पोस्ट करता है, जिसको लेकर विवाद होता रहता है और उसने पहले बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की बाबरी से जुड़ी एक तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर करने के बाद चर्चा में आया था।
बताया जाता है कि पिछले साल एएमयू में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू हुए, तो शरजील उस्मानी मुखर विरोध में इसका चेहरा बन गया। यह भी पता चला है कि पहले से उसके खिलाफ देश के कई थानों में मामले दर्ज हैं।
जिसको लेकर फिलहाल उस पर मामला दर्ज किया गया है उसमें उसने 30 अप्रैल और 17 मई को दो विवादित ट्वीट कर नफरत फैलाने का प्रयास किया था। महाराष्ट्र के जालना में हिन्दू जागरण मंच के सदस्य ने भी 20 मई को इसी तरह का मामला शर्जिल उस्मानी के खिलाफ दर्ज करवाया है।
30 अप्रैल को किए गए ट्वीट में शर्जिल ने एक निजी चैनल के पत्रकार रोहित सरदाना की मौत के बाद अपशब्द लिखे थे। पत्रकार की मौत के बाद उसे एक धर्म विशेष से जोड़ा गया और बुरा कहा गया। 17 मई को उसने हिंदू धर्म विशेष के बारे में ट्वीट कर अपशब्द लिखे। इस काम से पूरी दुनिया में हिंदू धर्म को मानने वाले लोग आहत हुए।