अर्चना कुमारी । राजन की दोस्ती मलेच्छ आलम और अनवर उल हक से थी और दोनों ने उसे गिरोह का सरगना बनाकर दिल्ली चोरी करने ले आया और अब बिहार से दिल्ली आकर बड़े-बड़े गोदामों में चोरी करने वाले चंपारन गैंग के चार बदमाशों को दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने गिरफ्तार किया है।
आरोपियों की पहचान गैंग सरगना विकास राम उर्फ राजन (24) अनवर-उल-हक (22), राकेश कुमार शाह (22) और गुल आलम (25) के रूप में हुई है। पुलिस ने इनकी निशानदेही पर सन्नोठ गांव, दिल्ली के गोदाम से 60 लाख का पीवीसी पाउडर व 11 लाख का कपड़ा व अन्य सामान बरामद किया है और पूछताछ में पता चला है कि यह गैंग ट्रांसपोर्ट की मदद से सारे माल को बिहार भिजवा देते थे। इनकी गिरफ्तारी से दिल्ली में अलग-अलग जगह हुई चोरी की पांच वारदातें सुलझी हैं।
पुलिस सूत्रों का दावा है कि दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से बड़े-बड़े वेयर हाउस में एक ही तरीके से चोरी हो रही थी। इसके बाद मामले की जांच शुरू की गई और पुलिस टीम ने सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच की। जांच के दौरान पुलिस को पता वेयर हाउस में चोरी करने वाले गैंग का सरगना विकास उर्फ राजन है। आरोपी ने चोरी का सारा माल सन्नोट, गांव दिल्ली के गोदाम में छिपाया है। गोदाम पर छापेमारी की गई।
पुलिस ने वहां से विकास व उसके बाकी तीन साथियों को गिरफ्तार कर लिया। यहां से करीब 71 लाख रुपये का सामान बरामद हुआ। आरोपी विकास ने बताया कि वह गैंग लीडर है। वह बड़े वेयर हाउस को ही निशाना बनाते हैं। पहले दिन में यह लोग उन गोदामों की रैकी करते हैं, जो काफी समय से बंद है और उसमें माल रखा हुआ है।
आरोपी चोरी करने से पूर्व उन गोदामों के आसपास किराए पर अपने गोदाम लेते थे। जिन गोदामों में चोरी करनी होती थी वहां रात के समय पुराना ताला तोड़कर अपना ताला डाल दिया जाता था। देर रात को ट्रांसपोर्ट से ट्रक बुलाकर गोदाम का ताला खोलकर वहां से माल लोड करवा लिया जाता था। इसके बाद इस माल को पहले अपने गोदाम, बाद में बिहार भेज दिया जाता था, विकास के खिलाफ पहले से 13 और अनवर-उल-हक के खिलाफ पहले से 10 आपराधिक मामले दर्ज हैं।