अर्चना कुमारी । एक मुस्लिम दूसरे मुस्लिम का किस तरह हितैषी होता है ,इसका उदाहरण तब देखने को मिला जब बांग्लादेशियों को उत्तर प्रदेश के कानपुर में गिरफ्तार किया गया। दबोचे गए आरोपियों में बांग्लादेश कुरला निवासी रिजवान मोहम्मद उसकी पत्नी हिना, ससुर खालिद, बेटी रूकसार, एक नाबालिग बेटे (17) को पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया। इस परिवार का एक बेटा मोहम्मद अदीब लापता है।
उत्तर प्रदेश पुलिस का दावा है कि बांग्लादेशियों को सपा विधायक इरफान सोलंकी ने करैक्टर सर्टिफिकेट दिया था और सरकारी दस्तावेज बनवाने में मदद की थी। जिन बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया गया, उनके कब्जे से बांग्लादेशी और इंडियन पासपोर्ट, फेंक आधार कार्ड, विदेशी करेंसी, 14 लाख कैश बरामद हुआ ।
बांग्लादेशी नागरिकों को सपा विधायक इरफान सोलंकी और एक स्थानीय पार्षद ने सर्टिफिकेट दिया था। सभी एक ही परिवार के सदस्य हैं, परिवार का मुखिया विदेशी यात्राएं भी कर चुका है। पुलिस का कहना है कि यह राष्ट्रद्रोह से जुड़ा मामला भी हो सकता है। इसके साथ ही पुलिस सभी जांच एजेंसियों को भी इस घटना की जानकारी देगी। पुलिस सूत्रों का दावा है कि खुफिया ब्यूरो को सूचना मिली थी कि कानपुर में एक बांग्लादेशी परिवार बीते कई वर्षों से छिपकर रह रहा ।
बंग्लादेश का मूल निवासी रिजवान कई साल पहले कानपुर आया था। भारत आने के बाद उसने कानपुर में हिना नाम की युवती से शादी कर ली। रिजवान बंग्लादेश, मलेशिया, नेपाल समेत कई देशों की यात्रा कर चुका है। पुलिस को आशंका है कि यह किसी देश का एजेंट भी हो सकता है।
इसके साथ ही इसके पास से विदेशी करेंसी और 14 लाख भारतीय करेंसी बरामद हुई है। इस बारे में जांच को लेकर बताते हुए संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी का कहना है कि बांग्लादेशी रिजवान और उसके परिवार के सदस्यों को धर दबोचा गया है । इनके पास से हमें विदेशी करेंसी, डबल मल्टीपल पासपोर्ट, इनके पास दो पासपोर्ट हैं एक बांग्लादेशी और दूसरा भारतीय आधार कार्ड मिले हैं।
जिससे उन्हे भारतीय पहचान बताने में मदद मिलती थी। सपा विधायक इरफान सोलंकी के द्वारा सर्टिफाइ किया हुआ लेटर भी मिला है। विधायक ने भारत का मूल नागरिक होने के लिए सर्टिफाई किया है। इसके साथ ही एक पार्षद मन्नू रहमान द्वारा सर्टिफाई किया हुआ पेपर मिला है। एक ऐसा व्यक्ति जो बांग्लादेश का रहने वाला है। यह भारत का मूल नागरिक नहीं है। उसके पास से आधार कार्ड का पाया जाना।
फर्जी आधार कार्ड का बनना, मल्टीपल पासपोर्ट का उसके पास मौजूद होना, उसके परिवार के पास दो-दो पासपोर्ट का होना, विदेशी मुद्रा रखना, एक सीमा से ज्यादा भारतीय करेंसी रखना, इस तरह के कई दस्तावेज मिलना गंभीर परिस्थिति की तरफ इशारा करते हैं। हो सकता है बग्लादेसी पाकिस्तान का एजेंट भी हो या फिर बांग्लादेश के लिए भारत में जासूसी कर रहा हो जबकि मामले को गंभीरता से लेते हुए हमने मूलगंज थाने में मुकदमा दर्ज किया है। इनके पास से जो कागजात, करेंसी और दस्तावेज मिले हैं।
हम इस बात से इंकार नहीं कर सकते हैं कि यह कोई एजेंट भी निकले। यह भी सकता है कि राष्ट्रद्रोह से जुड़ा कोई गंभीर विषय भी सामने आ सकता है। इसकी सूचना हम देश जांच एजेसियों को देंगे। एजेंसियां आकर इनसे पूछताछ कर सकें।सीसामऊ विधानसभा से विधायक हाजी इरफान सोलंकी के दिए हुए दो-दो प्रमाणपत्र बरामद किए गए हैं।
उन्होने बंगलादेशी नागरिकों को सर्टिफाई किया है कि वह इनको जानते हैं, व्यक्तिगत तौर पर और भारतीय हैं। विधायक के हस्ताक्षर की जांच और प्रपत्र पर किए गए हस्ताक्षर की जांच कराई जाएगी। एफएसएल से जो भी रिपोर्ट आएगी। उस आधार पर कार्रवाई की जाएगी। यह भी देखा जाएगा कि भविष्य में इस तरह की चीजे नहीं हो, यह एक गंभीर विषय है। नियमानुसार सभी कार्रवाई की जाएंगी। मुख्य अभियुक्त के तीन आधार कार्ड मिले हैं। जिसमें नाम सेम एक जैसे हैं, सिर्फ पते बदले हैं।
परिवार के सभी सदस्यों के दो-दो पासपोर्ट मिले हैं। जो इशारा करते हैं कि कोई बड़ी साजिश का हिस्सा रिजवान है, जांच रिपोर्ट आने के बाद ही मामला स्पष्ट हो पाएगा गौरतलब है कि सपा विधायक इरफान सोलंकी एक विवादित छवि का व्यक्ति है और उसने हाल में ही पुलिस के समक्ष सरेंडर किया था क्योंकि रंगदारी , जमीन कब्जा, मारपीट, बलवा व धमकी देने आदि मामले में विधायक की पुलिस को तलाश थी ।