अर्चना कुमारी । मोहम्मद इसराइल एक छठी पास व्यक्ति है लेकिन उसने दिल्ली फर्जी कागजात बनाकर करोड़ों की सरकारी जमीन को 80 लाख में बेच दिया। इस बात का खुलासा हुआ तो आरोपी अचानक फरार हो गया। मामला अदालत पहुंचा लेकिन पकड़े नहीं जाने पर उसे भगोड़ा घोषित कर दिया गया लेकिन अब उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। उस पर ₹20000 का इनाम भी घोषित था।
पुलिस सूत्रों का दावा है कि वर्ष 2016 में इस्राइल ने फर्जी दस्तावेज बनवाकर दिल्ली सिविल डिफेंस में नौकरी भी प्राप्त कर ली थी, लेकिन बाद में उसकी पोल खुली तो इस संबंध में सिविल लाइंस थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था। मामले में इस्राइल जमानत पर चल रहा था। इसके बाद आरोपी ने वर्ष 2021 में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर स्वरूप नगर इलाके में 300 गज का एक सरकारी प्लॉट संतोष त्रिपाठी नामक शख्स को बेच दिया था।
बताया जाता है कि इस फर्जीवाड़े के वारदात में उसके साथ इसके रिश्तेदार मेहबूब और हारून भी शामिल थे। फर्जीवाड़े का पता चला तो इस संबंध में स्वरूप नगर थाने में ही एफआईआर दर्ज कराई थी। इसके बाद इस्राइल फरार हो गया। छानबीन के बाद आरोपी के राजस्थान के बागरू में होने का पता चला। एक टीम को बागरू भेजकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। वहां आरोपी फर्नीचर का कारोबार कर रहा था।
पुलिस की पूछताछ में उसने बताया कि वह दिल्ली के बुराड़ी स्थित जगतपुरी इलाके का रहने वाला है। वर्ष 2009 में वह स्वरूप नगर में शिफ्ट हो गया। यहां वह एक प्रॉपर्टी डीलर के पास काम करने लगा। यहां से उसने प्रॉपर्टी खरीदने और बेचने के गुर सीखे। यहां वह किसी भी प्रॉपर्टी के फर्जी पेपर बनाना भी सीख गया।
2014 में आरोपी ने अपने रिश्तेदार हारून और मेहबूब के साथ मिलकर काम शुरू किया। लेकिन रियल स्टेट में घाटे की वजह से उसका काम नहीं चला। तो उसने अलीगढ़ से फर्जी डिग्री बनवाकर सिविल डिफेंस में नौकरी लगवा ली। लेकिन अगले साल जांच में उसका राज खुला और मामला दर्ज हो गया। मामले में इस्राइल को गिरफ्तार कर लिया गया, बाद में वह जमानत पर बाहर आ गया। इसके बाद उसने अपने साथियों के साथ मिलकर वर्ष 2021 में सरकारी जमीन 80 लाख में बेचकर रफूचक्कर हो गया था।