वह अपनी प्रेमिका को दिलो जान से चाहता था लेकिन जब प्रेमिका ने शादी से इनकार कर दिया तब वह गुस्से में आकर इतना आग बबूला हो गया कि उसकी सुपारी देकर हत्या करा देनी चाही लेकिन इस जानलेवा इश्क में लड़की तो बाल-बाल बच गई लेकिन उसकी मां की जान चली गई ।
यह घटना राजधानी की मानसरोवर पार्क इलाके की है और 30 नवंबर को हुई घटना में महिला शमा खान (45) की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी जबकि उसकी 23 वर्षीय बेटी मेहद अख्तर जानलेवा हमले में बाल-बाल बच गई थी।
दिल्ली पुलिस का कहना है कि मां बेटी पर हमला किए जाने के आरोप में पुलिस ने बेटी के पूर्व प्रेमी समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया ।
पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपी की पहचान नंद नगरी निवासी बिलाल मलिक (27), गांव हेमपुरदीपा, बिजनौर निवासी अब्दुल सलाम उर्फ सलमान (32), चांदपुर, बिजनौर निवासी कामिल (32) और साहिल (18) के रूप में हुई है। जांच कार्रवाई में खुलासा हुआ है कि आरोपी बिलाल मेहद का पूर्व प्रेमी है।
मेहद ने बिलाल से नाता तोड़ा तो उसने गुस्से में चार लाख रुपये की सुपारी देकर उसकी हत्या की योजना बना ली। मुख आरोपी ने पुलिस को बताया है कि घटना वाले दिन विरोध करने पर मेहद की मां शमा की भी हत्या कर दी गई।
हालांकि गोली लगने के बाद भी मेहद बच गई। उसके बयान पर ही पुलिस ने बिलाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया है।
पुलिस का कहना है कि 30 नवंबर को मानसरोवर पार्क के एक मकान के चौथी मंजिल पर रहने वाली मां-बेटी पर बदमाशों ने जानलेवा हमला किया था।
अचानक हुए हमले में सिर में गोली लगने से शमा की मौत हो गई जबकि मेहद गोली लगने के बाद भी बच गई। मेहद के बयान पर पुलिस ने उसकी तलाश शुरू की। जांच के लिए पुलिस की टीम ने काम शुरू किया।
इस बीच शुक्रवार 1 जनवरी को मुखबिर और सर्विलांस के आधार पर सूचना मिली कि मुख्य आरोपी बिलाल लोनी टीला मोड़ के पास आने वाला है। सूचना पाते ही मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने आरोपी को लोनी से दबोच लिया।
उससे पूछताछ के बाद बाकी तीनों आरोपियों को भी अलग-अलग जगहों से गिरफ्तार कर लिया गया है। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने सुपारी देने की बात का खुलासा किया।
दिल्ली पुलिस के समक्ष खुलासा करते हुए आरोपी बिलाल ने बताया कि वह मेहद से बहुत प्यार करता था। लेकिन अगस्त 2020 में मेहद ने उससे अचानक नाता तोड़ दिया। इस पर उसने उसे बहुत समझाने की कोशिश की।
वह उससे शादी करना चाहता था, लेकिन मेहद ने पहले से शादी हो जाने की बात की। इस बात पर बिलाल आग बबूला हो गया। वह बदले की आग में जलने लगा और इस दौरान उसकी मुलाकात चांदपुर में अब्दुल सलाम से मुलाकात हुई ।
सलाम ने बताया था कि वह पैसों के लिए कुछ भी काम कर सकता है। 26 नवंबर को गुस्से में बिलाल ने मेहद की हत्या करने की सुपारी सलाम को दे दी। 30 नवंबर को चारों ने मेहद के घर पर धावा बोल दिया।
हमले में मेहद के बजाए उसकी मां शमा खान की मौत हो गई। दिल्ली पुलिस का कहना है कि इस मामले को लेकर कुछ और आरोपी शामिल हो सकते हैं जिनकी पहचान कर गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।