अमूमन दंपत्ति के बीच होने वाले विवाद में पति पत्नी की हत्या कर देता है लेकिन राजधानी के महरौली इलाके के छतरपुर में रहने वाली एक महिला ने पति की ताबड़तोड़ चाकू से वार कर हत्या कर दी ।
महिला बेहद डिप्रेशन में थी और इसकी वजह घरेलू विवाद तथा उसका निसंतान होना था । इस घटना को अंजाम देने के बाद हत्यारिन पत्नी ने खुद भी जान देने का प्रयास किया लेकिन उसकी जान बच तो गई लेकिन अब बाकी जिंदगी उसे जेल में गुजारनी पड़ सकती है ।
हैरत की बात तो यह है कि इस हत्यारिन महिला ने पति की हत्या कर सुसाइड नोट लिख फेसबुक पर की जानकारी पोस्ट की तब मृतक के परिजनों को इस घटना के बारे में जानकारी मिल पाई ।
जांच में पाया गया कि पहले पति पर दर्जन भर वार कर उतारा मौत के घाट फिर खुद पर चाकू से वार कर आत्महत्या का किया प्रयास। पुलिस की मानें तो करीब सात साल पहले किया था लव मैरिज, शादी के इतने साल बीत जाने के बाद भी नही बने थे दोनो माता – पिता और इससे महिला बेहद डिप्रेशन में थी।
मृतक की पहचान 37 वर्षीय चिराग शर्मा के रूप में की गई जबकि वही घायल पत्नी की पहचान रेनूका शर्मा के रूप में हुई । बताया जाता है कि इलाके में पेट्रोलिंग कर पुलिसकर्मी प्रवीण कुमार के कारण बच गयी
आरोपी पत्नी की जान जबकि स्थानीय पुलिस ने आरोपी पत्नी के खिलाफ कई धाराओं में FIR दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है।
दरअसल यह वारदात साउथ दिल्ली के महरौली थाना इलाके स्थित छत्तरपुर एक्सटेंशन में पिछले दिनों हुई। जहां एक महिला ने अपने ही पति की हत्या करने के बाद फेसबुक पर उसकी हत्या की
जानकारी पोस्ट की और फिर खुद को भी चाकू मार सुसाइड करने की करने की कोशिश की लेकिन समय रहते उसे एक पुलिसकर्मी ने अस्पताल पहुँचाया जिसकी वजह से उसकी जान बच गई।
बाद में उपचार के बाद महिला को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया । इस वारदात के बाद पूरे मामले जानकारी मकान मालिक ने पुलिस को दी थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने कमरे का गेट तोड़ अंदर पहुँचे, उन्होंने पति पत्नी दोनों को बेसुध पड़े देखा।
इसके बाद पुलिस एम्बुलेंस की सहायता से दोनो को अस्पताल पहुँचाया । जहाँ डॉक्टर ने पति को मृत घोषित कर दिया । पुलिस का कहना है कि छत्तरपुर एक्टेंशन House / No. C 85 JVTS गार्डन मे रहने वाली एक पत्नी ने अपने ही पति की
1 दर्जन से ज्यादा चाकू से वार कर मौत के घाट उतार दिया और खुद पर भी वार कर सुसाइड करने की नाकाम कोशिश की। जांच कार्रवाई में पता चला कि मृतक चिराग शर्मा, हरियाणा के यमुना नगर का रहने वाला था
और रेनूका मध्यप्रदेश के उज्जैन की रहने वाली है। दोनों एक ही बीमा कम्पनी के अलग अलग विभाग में काम करते थे। जहां दोनों की दोस्ती हुई और दोनों ने आपसी सहमति जताते हुए लव मैरिज की थी।
लव मैरिज के बाद दोनों जेवीटीएस गार्डन छतरपुर एक्सटेंशन स्थित मकान में 2013 से किराए पर रह रहे थे। शादी के सात साल बाद भी दोनों के कोई बच्चा नहीं था।
इस बात को लेकर दोनों पति पत्नी में झगड़े होते थे और दोनों के बीच तनाव रहता था। घटना के दिन दोनों की अवकाश होने के चलते दोनों घर पर थे। दोनों के बीच घरेलू विवाद में झगड़ा हुआ और झगड़ा खत्म होने के बाद चिराग अपने कमरे में जाकर सो गया।
चिराग के सोने के कुछ देर बाद रेनूका ने घर की रसोई में मौजूद चाकू से उस पर वार कर दिया और करीब एक दर्जन से ज्यादा वार किए। चिराग के बेसुध हो जाने के बाद रेनूका ने अपने पति की हत्या की पूरी कहानी फेसबुक पर लिखी
और फिर एक सुसाइड नोट लिख कर उसी चाकू से खुद पर भी कई वार कर खुदकुशी करने की कोशिश की जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई।पुलिस ने वारदात की जगह से दोनो को अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने 37 वर्षीय चिराग शर्मा को मृत घोषित कर दिया।
मृतक चिराग शर्मा के परिजन ने रेनूका की फेसबुक प्रोफाइल पर पति की हत्या की कहानी पढ़ने के बाद उसके इसकी जानकारी लेने के लिए मृतक और उसकी पत्नी के फोन पर लगातार कॉल करना शुरू किया, लेकिन चिराग और रेनूका के फोन पर कोई जवाब नहीं मिला।
ऐसे में उनके जानकारों ने मकान मालिक को फोन किया। मकान मालिक ने फेसबुक पर रेनूका की प्रोफाइल की जांच की और फिर उनके कमरे पर पहुंचा। जहां चिराग और रेनूका दोनों ने कमरे का गेट नहीं खोला, तो मकान मालिक ने मामले की सूचना पुलिस को दी।
आनन-फानन में सूचना के बाद महरौली थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने बताया कि जब वह गेट तोड़ कर कमरे में पहुंचे तो उन्होंने देखा कि चिराग फर्श पर पड़ा हुआ था और रेनूका बिस्तर पर पड़ी थी।
पूरे कमरे में खून भरा हुआ था और दीवारों पर भी खून के निशान लगे हुए थे। पास ही एक चाकू पड़ा हुआ था। पुलिस ने दोनों को एम्स अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने चिराग को मृत घोषित कर दिया।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि चिराग के शरीर पर एक दर्जन से ज्यादा बार वार किए थे, जिससे उसके शरीर के अंधरूनी हिस्से बाहर आ गए थे। पुलिस अधिकारी का कहना था
कि कमरे के अंदर का मंजर भयानक था। जब इस वारदात की PCR नम्बर पर कॉल गयी, उसी दौरान महरौली थाने के एएसआई प्रवीण कुमार पेट्रोलिंग कर रहे थे
इसी बीच इनके पास कॉल आए उन्होंने तुरंत लड़की को लेकर एम्स हॉस्पिटल पहुंचे टाइम रहते पहुंचने के पुलिस वाले के वजह से इसकी जान बच गई। लेकिन संगीन जुर्म किए जाने के चलते उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किए जाने के बाद जेल भेज दिया गया