अर्चना कुमारी। दो लड़के एक ही लड़की के साथ प्यार करते थे। पहले तो दोनों लड़कों को इसका पता नहीं था लेकिन जब इनमें से एक अपराधिक प्रवृत्ति के आवारागर्द लड़के को यह पता लगा तब वह आग बबूला हो गया। उसने अपने कुछ दोस्तों के साथ मिलकर दूसरे युवक को मौत के घाट उतार दिया। जिस लड़केे की हत्या हुई, वह घटना के वक्त अपने पिता के लिए सर प्राइज गिफ्ट लेनेे के लिए बाजार जा रहा था।
लॉकडाउन में यह घटना हुई देश की राजधानी में और पुलिस की जांच में पता चला है कि वारदात को अंजाम देने के लिए आरोपियोंं ने फ्लिपकार्ट के जरिए ऑनलाइन चाकू मंगवाया था। यह स्टोरी है दक्षिणी दिल्ली की अंबेडकरनगर की , जहां एक लड़की के झगड़े में एक युवक की चार लड़को ने चाकू गोदकर हत्या कर दी। जांच मेंं पता चला मृतक कुणाल और मुख्य आरोपी गौरव दोनों एक ही लड़की को पसंद करते थे।
इसी बात को लेकर दोनों के बीच आपसी रंजिश थी। कुणाल जब वह अपने पिता के लिए सरप्राइज गिफ्ट के तौर पर केक लेने निकला था तब गौरव ने अपनी तीन साथियों के साथ मिलकर कुणाल पर चाकू से हमला कर बुरी तरह से घायल कर दिया। घटना के बाद घायल युवक कुणाल तड़पता रहा। मगर लोग मदद करने के बदले उसका वीडियो बनाते रहे।
एक राहगीर की सूचना पर उसका भाई रवि उसे मैक्स अस्पताल में भर्ती कराया। जहां पर अधिक खून बह जाने के कारण कुणाल की मौत हो गई। बाद में अंबेडकर नगर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी गौरव समेत समीर,सोहिल और रूप को धर दबोचा और उनके कब्जे से वारदात में प्रयोग किए गए चाकू को भी बरामद किया गया ।
कुणाल सांवरिया अपने परिवार के साथ आई-2, मदनगीर में रहते थे। परिवार में पिता पवन कुमार, मां विमला देवी, बड़ा भाई रवि कुमार और बहन कोमल हैं। कुणाल ने इसी साल 12वीं कक्षा पास की थी। उसके पिता पवन निगम में माली की नौकरी करते हैं। कुणाल के पिता पवन का कहना था कि घटना के दिन उनका जन्मदिन था और अपने पिता को जन्मदिन पर सरप्राइज देने के लिए रात को कुणाल केक लेनेे गया ।
इस दौरान पड़ोस के भूमिया चौक के पास पहुंचा तभी चार-पांच युवकों ने उसे घेर लिया। कहासुनी के बाद अचानक आरोपियों ने कुणाल पर चाकू से हमला कर दिया। वहां पर लगी सीसीटीवी में सारी घटना कैद हो गई। पुलिस उपायुक्त अतुल ठाकुर का कहना है कि सीसीटीवी कैमरे सेेेे आरोपियों के बारे में सुराग मिला और यह घटना लड़की के चक्कर में हुई।