अर्चना कुमारी। दिल्ली के सिग्नेचर ब्रिज के पास पांच रुपये मांगने पर पाकिस्तानी शरणार्थी पर कार चढ़ाने के प्रयास के मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया । आरोपी की पहचान न्यू उस्मानपुर निवासी दिलशाद अंसारी (31) के रूप में हुई है। पुलिस का दावा है वारदात के समय दिलशाद के मामा का लड़का मजहर उसके साथ था।
लेकिन वह अभी फरार है। पुलिस का कहना है मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने कार चढ़ाने के मामले में हत्या के प्रयास की धारा भी जोड़ ली है। पहले मारपीट और खतरनाक तरीके से कार चलाने का ही मामला दर्ज किया गया था। पुलिस घटना के बाद वायरल हुए वीडियो के आधार पर मामले की जांच कर रही है।
घटना मंगलवार सुबह करीब साढ़े आठ बजे की है। सिग्नेचर ब्रिज के पास पाकिस्तानी शरणार्थी कैंप में रहने वाले पाकिस्तानी नागरिक राम चंदर (34) पुल के पास ही छोटी-मोटी दुकान चलाते हैं। सुबह के समय लाल रंग की कार सवार दो लड़के उसकी दुकान पर पहुंचे और उनसे दो डिस्पोजेबल गिलास लिये।
रामचंदर ने उसके बदले पांच रुपये मांगे तो आरोपी आनाकानी करने लगे। दोबारा रुपये मांगने पर आरोपी भड़क गए। इन लोगों ने रामचंदर को पीट दिया। शोर-शराबा सुनकर वहां भीड़ इकट्ठा हो गई। इस बीच आरोपी वहां से भागने लगे। भागते हुए इन लोगों ने सिग्नेचर ब्रिज के पास कार को रांग साइड मोड़ा और रामचंदर समेत बाकी लोगों को कुचलने का प्रयास किया।
कार को अपनी ओर आता देखकर एक युवक ने पत्थर उठाकर आरोपियों की कार के अगले शीशे पर मार दिया। इसकी वजह से कार का अगला शीशा टूट गया। बाद में आरोपी वापस कार मोड़कर फरार हो गए। मामले की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने रामचंदर को अस्पताल पहुंचाया।
पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी। कार के रजिस्ट्रेशन नंबर के आधार पर पुलिस आरोपी तक पहुंच गई। दिलशाद को न्यू उस्मानपुर से दबोच लिया गया। छानबीन के दौरान पुलिस को पता चला कि दिलशाद के पास से बरामद कार उसके भाई मो. हबीब के नाम पर है। उससे भी पुछताछ हो रही है।