अर्चना कुमारी। वह पेशे से डॉक्टर था लेकिन उसकी रूचि लोगों को इलाज करने में नहीं बल्कि धोखाधड़ी करने की थी। मोहम्मद साबिर खान नामक व्यक्ति कभी लोगों को प्रॉपर्टी देने तो कभी प्रॉपर्टी के फर्जी पेपर तैयार कर जमीन हड़प लेता था। दिल्ली और एनसीआर में कई वारदातों को अंजाम देने वाले इस भगोड़े डॉक्टर को उत्तर-पश्चिम जिले स्पेशल स्टाफ ने दबोचा है।
डॉ. मोहम्मद साबिर खान (58) के खिलाफ ठगी के सात मामले दर्ज हैं। पुलिस का कहना है कि इनमें चार मामलों में आरोपी को अदालत ने भगोड़ा घोषित किया हुआ था। छानबीन में पता चला है कि आरोपी दिल्ली विश्वविद्यालय से बीएएमएस किए हुए है। 2014 तक वह खानपुर इलाके में क्लीनिक चलाता था। फिलहाल आरोपी मोहन गार्डन, उत्तम नगर में छिपकर रह रहा था।
पुलिस सूत्रों का दावा है कि उत्तर-पश्चिम जिला स्पेशल स्टाफ को सूचना मिली थी कि एक डॉक्टर जो कई मामलों में भगोड़ा है, वह मोहन गार्डन इलाके में छिपा हुआ है। जानकारी जुटाने के बाद पुलिस टीम ने मोहन गार्डन, उत्तम नगर में छापेमारी की। जहां से पुलिस ने आरोपी को दबोच लिया। छानबीन के दौरान पुलिस को पता चला कि आरोपी के खिलाफ साकेत, तिगड़ी और नेब सराय थाने में मामले दर्ज हैं।
पता चला है कि आरोपी सी-50, कृष्णा पार्क, देवी रोड, खानपुर में क्लीनिक चलाता था। आरोपी ने 2015 में एक विदेशी महिला को प्रॉपर्टी लीज पर दिलवाने के नाम पर मोटी रकम ठग ली। साकेत में इस संबंध में मामला दर्ज हुआ। दूसरा मामले में आरोपी जिस दुकान में अपनी क्लीनिक चलाता था। उस दुकान और बाकी दो दुकानों के फर्जी पेपर तैयार कर आरोपी ने खुद को मालिक करार दे दिया।
इस संबंध में नेब सराय थाने में मामला दर्ज हुआ। बताया जाता है कि इसी तरह आरोपी ने कई अन्य लोगों को चूना लगाया। 2014 के एक मामले में नेब सराय थाना पुलिसय ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन आरोपी जमानत पर रिहा हो गया। इसके बाद उसने कभी कोर्ट का रुख नहीं दिया। आरोपी खुद मोहन गार्डन में छिपा रहा।
वहीं इसका परिवार लाजपत नगर में रहता था। लग्जरी गाड़ियों पर चलने का शौकीन शातिर डॉक्टर मौज मस्ती में काफी रुपए खर्च करता था तथा उसके परिवार के सदस्य लग्जरी लाइफ़स्टाइल को जीते थे जबकि पुलिस का दावा है कि इस आरोपी के पकड़े जाने के बाद कई मामलों को सुलझा लिया गया है ।