अर्चना कुमारी। शातिर लोग सोशल मीडिया पर क्या नहीं करते और अब इंस्टाग्राम पर नकली नोट (चूरन वाले नोट) बेचने वाले एक आरोपी दिल्ली पुलिस-स्पेशल की आईएफएसओ (इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटजिक ऑपरेशंस) यूनिट ने गिरफ्तार किया । आरोपी की पहचान बाड़मेर, राजस्थान निवासी मुलाराम (22) के रूप में हुई है।
आरोपी इंस्ट्राग्राम पर रुपये लेकर दोगुने नोट देने की बात कर लोगों के साथ ठगी करता था। इसके लिए बकायदा आरोपी नोटों को भेजने का वीडियो बनाकर इंस्टाग्राम पर अपलोड कर देता था। पुलिस ने आरोपी के पास से वारदात में इस्तेमाल दो मोबाइल, वीडियो बनाने में इस्तेमाल माइक, कुछ नकली व कुछ कैश बरामद किया है।
दिल्ली पुलिस का दावा है कि आरोपी नकली नोटों का धंधा करने से पूर्व जिगोलो क्लब में शामिल करने के नाम पर नौजवान लड़कों को ठगी करता था। वित्त मंत्रालय, भारत सरकार के उप-सचिव की ओर से एक शिकायत मिली थी। शिकायत में कहा गया था कि कोई अज्ञात शख्स इंस्टाग्राम पर आईडी ‘fake_currency_indian’ बनाकर लोगों को नकली नोट ऑन लाइन सप्लाई कर रहा है। इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया।
आरोपी को पकड़ने के लिए एक नकली ग्राहक का इंतजाम कर आरोपी से इंस्टाग्राम पर संपर्क किया गया। आरोपी ने 3000 रुपये के बदले 6000 रुपये भेजने की बात की। आरोपी द्वारा उपलब्ध कराए गए यूपीआई लिंक पर रुपये भेज दिए गए। आरोपी ने अमेजन के जरिये नकली नोट भेजने की बात की। पुलिस ने उसके लिए जाल बिछाया है।
लेकिन आरोपी फरार हो गया। एक टीम को तलाश में बाड़मेर-राजस्थान भेजा गया। लेकिन आरोपी वहां से फरार हो गया। इसके बाद उसकी लोकेशन तेलंगाना, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान की मिली। वह लगातार पुलिस को चकमा देता रहा। कई दिनों की मशक्कत के बाद आरोपी को रानीवाड़ा, जालोर, राजस्थान से दबोच लिया गया।
इसके पास से वारदात में इस्तेमाल दो मोबाइल के अलावा 500 के चार नकली नोट, 100 के 731 नकली नोट बरामद हुए। वहीं 500 के दो और 100 के 17 असली नोट मिले। बरामद नकली नोट चूरन वाले थे। आरोपी ने बताया कि वह 10वीं तक पढ़ा है। वह ठगी की रकम पांच अलग-अलग खातों में मंगवाता था। यूपीआई से कैश लेने के बाद चूरन वाले नोटों का पार्सल बनाकर कूरियर कर देता था। कूरियर करते समय यह कभी असली पता नहीं लिखवाते थे।