अर्चना कुमारी। हिंदू समुदाय हरियाणा में अब कोई महापंचायत करने से पहले कई बार सोचेंगे क्योंकि पिछले दिनों पलवल में हुई महापंचायत को लेकर मुकदमा भाजपा शासित खट्टर प्रशासन ने दर्ज कर लिया है। बताया जाता है कि सर्वजाति हिन्दू महापंचायत में दो समुदायों में नफरत फैलाने का प्रयास किया गया और आरोपियों को वीडियो से पहचान कर पकड़ा जाएगा।
बताया जाता है कि हरियाणा के पलवल जिले के पोंडरी गांव (नूंह बॉर्डर) में हुई सर्वजाति हिन्दू महापंचायत में आपत्तिजनक भाषण देकर दो समुदायों के बीच विवाद- नफरत पैदा करने के आरोप में पुलिस ने केस दर्ज किया है। हथीन थाना पुलिस ने मिंडकोला चौकी प्रभारी की शिकायत पर अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर उनकी वीडियो में पहचान की जा रही है।
सूत्रों का कहना है कि मिंडकोला पुलिस चौकी प्रभारी सचिन की तहरीर पर दर्ज केस में कहा गया है कि 13 अगस्त को पोंडरी गांव में आयोजित महापंचायत के समय पुलिस प्रशासन बनवाई वीडियो की जांच की तो कुछ अंश आपत्तिजनक पाए गए। जिसके आधार पर यह मुकदमा दर्ज किया गया । जिन वक्ताओं ने महापंचायत में आपत्तिजनक भाषण दिया था, उनकी वीडियो में देखकर पहचान की जा रही है। ताकि उनके नाम-पता मालूम होने पर उनके खिलाफ उचित कार्रवाई अमल में लाई जा सके।
पुलिस का कहना है कि अभी तक आरोपियों की पहचान नहीं हो सकी है। पहचान होने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा, जिसने इस तरह के आपत्ति जनक वाक्यों का प्रयोग किया है। जबकि पंचायत के आयोजक बार-बार एक ही बात कहते रहे की कोई भी वक्ता ऐसा वाक्य ना बोले है जिससे किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचे।
पंचायत के अध्यक्ष अरुण जेलदार सहित विभिन्न पालों के पंच व गणमान्य नागरिकों सहित भाजपा के विधायक सहित अन्य भाजपा के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मौजूद थे।लेकिन बिट्टू बजरंगी की गिरफ्तारी से हिंदू नेताओं में हरकम्प मचा है, इसमें शामिल होने वाले
डिप्टी सिंह ने माफी मांगते हुए वीडियो जारी किया ।
दावा है कि नूंह के रहने वाले डिप्टी सिंह ने पहले विशेष समुदाय को लेकर आपत्तिजनक बातें कही। जब बिट्टू बजरंगी पर एक्शन हुआ तो उसने वीडियो जारी कर माफी मांग ली। उसने कहा कि मेरे मुंह से अनजाने में गलती से ये बातें निकल गई। आगे ऐसा नहीं करूंगा।डिप्टी सिंह ने वीडियो जारी कर कहा कि ‘सभी भाइयों को राम-राम, जयहिंद-जय भारत, मैं डिप्टी सिंह गुलेटा हसनपुर जिला नूंह का रहने वाला हूं। 13 अगस्त को पोंडरी गांव में महापंचायत हुई थी।
उसमें मेरे मुंह से गलती से एक-दो वाक्य निकल गए थे। उसके लिए मैं सभी भाइयों से हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं। क्योंकि मैं जमीदार आदमी हूं।मुझे इस बात का ज्ञान नहीं है। मैं अनुसूचित जाति के सभी भाइयों से भी माफी मांगा हूं। मेरा मकसद किसी जाति-समुदाय को ठेस पहुंचाना नहीं था। मुझे माफ किया जाए, ऐसे शब्द जीवन में दोबारा नहीं निकलेंगे।