अर्चना कुमारी। बिहार के अररिया जहां पर रानीगंज के एक दैनिक जागरण अखबार के रिपोर्टर विमल कुमार यादव की गोली मार हत्या कर दी गई । इस तरह बिहार में जंगलराज पार्ट 2 का शुरुआत हो चुका है और इसका भेट अब पत्रकार हुआ । इससे पहले भी कई पत्रकार बिहार में मार दिए गए।
बताया जाता है शुक्रवार अहले सुबह हुई हत्या की इस घटना से इलाके में सनसनी फैल गई और मौके पर काफी देर तक मची रही। हालांकि पुलिस ने 4 आरोपियों को पकड़ दिए जाने का दावा किया है और मामला रंजिश का बताया है। सूत्रों का दावा है कि अपराधियों ने सुबह विमल के घर का दरवाजा खटखटाया और आवाज देकर बाहर बुलाया और जैसे ही वह बाहर आया उसकी गोली मार कर हत्या कर दी गई।
यह घटना रानीगंज थाना क्षेत्र बेलसरा के हीरो शोरूम के पीछे का है जहां पर पत्रकार विमल यादव अपने परिजनों के साथ रहते थे।इससे दो साल पहले इनके सरपंच भाई की इसी तरह बदमाशों ने हत्या कर दी थी।जिसमे वह मुख्य गवाह था और ऐसी आशंका जताई जा रही है कि मुख्य गवाह होने के कारण बदमाशों ने उनकी हत्या कर दी।
जाता है कि बदमाशों द्वारा कई बार गवाही नहीं देने से सरकार विमल कुमार यादव को रोका था,बावजूद इसके कोर्ट में चल रहे ट्रायल के दौरान इन्होने अपने भाई के हत्यारे के खिलाफ गवाही दी थी।सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए अररिया सदर अस्पताल लाया गया ।
मृतक विमल कुमार यादव अपने पीछे एक बेटा और एक बेटी और पत्नी है और मृतक के घर मौसम पसरा हुआ है। मृतक की पत्नी पूजा देवी का कहना है,जिसने देवर को मारा, वही है पति का हत्यारा और बताया जाता है कि हत्यारे भी यादव जाति से ही संबंधित है। पुलिस ने चार आरोपियों को पकड़े जाने का दावा किया है और उन दो आरोपियों की तलाश कर रही है जो फरार बताए जाते हैं।
इन आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद खुद आईजी ने मौका मुआयना किया और आरोपियों से पूछताछ भी की। बताया जाता है आईजी के आदेश पर बाकी बचे दो आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए चार अलग अलग टीमों का गठन किया गया है। पुलिस के अनुसार पकड़े गए आरोपियों की पहचान भावेश यादव, आशीष यादव, विपिन यादव और उमेश यादव के रूप में हुई ।