अर्चना कुमारी। गो तस्कर बिहार के दरोगा नंदकिशोर यादव के सर में गोली मार दिया लेकिन न पक्ष और न विपक्ष आवाज उठाया ,आखिर क्यों? ऐसा इसलिए की क्योंकि आरोपी कथित तौर पर मुस्लिम है और बिहार की सत्ता दल खुद मुस्लिम तुष्टिकरण करती रही है।
अब यही हाल बीजेपी की है जो पसमांदा की वोट के लिए तृप्तिकरण कर रही जो तुष्टिकरण का नया नाम है। बताया जाता है ऐसा सिर्फ इसलिए हो रहा है क्योंकि हत्यारा मुस्लिम गौ तस्कर था। पूरे देश में गौ तस्करों का मनोबल कितना बढ़ा हुआ है कि यह सरेआम एक दरोगा के सर में गोली मार देता है तो आप सोच सकते हैं कि मोनू मानेसर जैसे व्यक्ति कैसे अपने जान को हथेली पर रखकर गौ माता की रक्षा करते हैं?
बिहार में यही हत्या यदि कोई भूमिहार या राजपूत द्वारा किया जाता तो अभी तक पूरा सिस्टम हिल गया होता या फिर यहीं हत्या किसी मुस्लिम दरोगा का किया गया होता किसी हिंदू द्वारा तो पूरे देश में बवाल मच गया होता? इसको लेकर मोहम्मद जुबेर से लेकर आरफा और ओवैसी तक 58 देशों के मुसलमानों को।
वे लोग एकत्रित कर चुके होते, मोदी पर दबाव बन गया होता और केंद्र सरकार सीबीआई जांच बैठा देते तथा उस हिंदू को फांसी पर लटकाने की बात करते? जो दोषी होता लेकिन मरने वाला यादव समुदाय से आने वाला दरोगा है और मारने वाला कौन है यह आप सभी को मालूम होगा कि गौ तस्करी कौन करते हैं? तो ना उनके लिए कोई यादव आवाज उठाएगा और बाकी हिंदू भी शांत बैठे हुए हैं? फिर मारे गए दरोगा के परिजनों की फरियाद कौन सुनेगा,उसे इंसाफ कौन दिला पाएगा