अर्चना कुमारी। यदि आप एयरलाइंस में नौकरी के इच्छुक हैं तो सावधान रहिए। क्योंकि आपके साथ नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी हो सकता है क्योंकि पुलिस ने एक ऐसे ही रैकेट को उजागर किया है ,जिसने देशभर के एयरपोर्ट पर इंडिगो एयरलाइंस में नौकरी दिलवाने का झांसा देकर हजारों नौजवान बेरोजगारों से ठगी कर चुका है। पुलिस ने इस रैकेट का पर्दाफाश करते हुए गैंग सरगना दो युवकों और आठ युवतियों समेत कुल 12 लोगों को गिरफ्तार किया ।
सरगनाओं की पहचान सुरजीत (24) और सुंदरम गुप्ता (25) के रूप में हुई है। पुलिस का दावा है कि आरोपी विभिन्न जॉब पोर्टल्स पर नौकरी दिलवाने का विज्ञापन देते थे। इतना ही नहीं इसके बाद बेरोजगारों से अलग-अलग मदों में रुपये लेकर उनको नियुक्ति पत्र तक दे दिया जाता था। पुलिस ने आरोपियों के पास से 16 मोबाइल फोन, एक लैपटॉप, छह कंप्यूटर, दो वाईफाई राउटर, दो डेबिट कार्ड और 26 हजार रुपये कैश बरामद किए।
पुलिस ने बताया कि इंडिगो एयरलाइंस की ओर से पूर्वी दिल्ली जिला साइबर सेल को एक शिकायत मिली थी। बताया गया था कि देश के अलग-अलग एयरपोर्ट पर इंडिगो एयरलाइंस में नौकरी दिलवाने के नाम पर ठगी की जा रही है। हैरत की बात तो यह है कि उसके लिए पूर्वी जिला में कॉल सेंटर चल रहा है। आरोपी बेरोजगारों से रकम एंठने के बाद उनको अपाइंटमेंट लेटर भी दे रहे हैं।
इस तरह की शिकायत मिलने के बाद पटपड़गंज इंडस्ट्रियल एरिया थाने में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई। पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू की। जांच के दौरान पता चला कि आरोपी गाजीपुर गांव स्थित एक बिल्डिंग की तीसरी मंजिल पर फर्जी कॉल सेंटर चला रहे हैं। पुलिस कॉल सेंटर पर छापा मारा और सुरजीत और सुंदरम समेत कुल 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया।
इनमें आठ लड़कियां भी शामिल है। खुलासा किया गया कि उन्होंने सभी लड़के-लड़कियों को छह से आठ हजार रुपये महीना की नौकरी पर रखा हुआ था। यह लोग बेरोजगारों को कॉल कर उनको अच्छी सैलरी दिलवाने का झांसा देकर मोटी रकम लिया करते थे। इन लोगों ने दक्षिण भारतीय राज्यों के अलावा यूपी, उत्तराखंड, बिहार के हजारों नौजवानों को चूना लगाया ।
यह लोग विभिन्न ऑन लाइन जॉब पोर्टल्स पर इंडिगो एयरलाइंस में नौकरी दिलवाने का झांसा देते थे। जॉब पोर्टल्स की ओर से इन लोगों को बेरोजगारों का डाटा मिल जाता था। उनके डिटेल लेकर कॉल सेंटर से बेरोजगारों से संपर्क किया जाता था। इसके बाद प्रोसेसिंग फीस, इंटरव्यू, नियुक्ति पत्र समेत तमाम खर्चों के नाम पर मोटी रकम एंठ ली जाती थी। रुपये लेने के बाद इनको इंटरव्यू के लिए इंडिगो के दफ्तर भी भेज दिया जाता था। आरोपी सुरजीत जेएस यूनिवर्सिटी, फिरोजाबाद से से साइंस ग्रेजुएट है। सुंदरम गुप्ता चेन्नई की अन्ना यूनिवर्सिटी से बीटेक कर रहा था। छह सेमिस्टर पूरे करने के बाद आरोपी ने बीटेक छोड़ दिया।