अर्चना कुमारी। प्रवर्तन निदेशालय की ओर से करीब आठ घंटे तक मुख्यमंत्री हाउस में पूछताछ के बाद हेमंत सोरेन को आखिरकार गिरफ्तार कर लिया गया। ईडी हिरासत में ही हेमंत सोरेन अपना त्यागपत्र देने राजभवन पहुंचे।उन्होंने जिसके बाद ईडी की टीम राजभवन से अपने साथ एयरपोर्ट रोड स्थित ईडी ऑफिस ले जाया गया।
ईडी की ओर से हेमंत सोरेन को कोर्ट में पेश करने के पहले मेडिकल टेस्ट कराने की प्रक्रिया पूरी की जा रही है।हेमंत सोरेन के गिरफ्तारी के विरोध में आदिवासी मुलवासी संगठन ने एक फरवरी को झारखंड बन्द का ऐलान कर दिया है। इस बीच राज्यपाल ने सीएम हेमंत सोरेन का त्यागपत्र स्वीकार किया। गिरफ्तारी की सूचना के बाद उनकी धर्मपत्नी कल्पना सोरेन रात करीब 10 बजे उनसे मिलने पहुंची। ईडी ऑफिस के बाहर कल्पना सोरेन को काफी देर तक इंतजार भी करना पड़ा।
उन्हे भी मुख्यमंत्री बनाई जानी की चर्चा थी लेकिन पद चंपई सोरेन को मिला। ज्ञात हो सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा के सैकड़ों कार्यकर्ता और समर्थक भूमि सौदे से जुड़े कथित धनशोधन मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से प्रवर्तन निदेशालय द्वारा पूछताछ के विरोध में बुधवार को रांची के मोरहाबादी मैदान में एकत्र हुए थे। पार्टी के बैनर, पोस्टर थामे हुए और तीर-धनुष प्रदर्शित करते हुए, समर्थकों ने दावा किया कि मुख्यमंत्री को उनकी आदिवासी पहचान के लिए जांच एजेंसी के माध्यम से भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार निशाना बना रही है।
सोरेन को इसलिए निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि वह आदिवासी हैं। लेकिन, वह हमारे लिए भगवान की तरह हैं। हम उनके लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। अगर वह जेल जाएंगे तो हम भी उनके साथ जाएंगे।’ मुख्यमंत्री आवास सहित राज्य की राजधानी के प्रमुख स्थानों पर 100 मीटर के दायरे में निषेधाज्ञा लागू होने के साथ, सोरेन के आवास से कुछ किलोमीटर दूर मोरहाबादी मैदान में विरोध प्रदर्शन आयोजित किया गया।एक समर्थक कहा मुख्यमंत्री को बार-बार परेशान किया जा रहा है, जबकि वह सहयोग कर रहे हैं।
उन्होंने 20 जनवरी को ईडी के सवालों का जवाब दिया था, लेकिन उन्हें एक सप्ताह के भीतर फिर से बुलाया गया। क्या यह जान-बूझकर उन्हें और उनकी सरकार को बदनाम करने का प्रयास नहीं है। ‘सरकार को अस्थिर करने के लिए भाजपा हमारे मुख्यमंत्री के खिलाफ साजिश रच रही है। लेकिन, वे अपने मिशन में सफल नहीं होंगे। अगर मुख्यमंत्री को कुछ हुआ, तो झारखंड में तेज आंदोलन होगा।