अर्चना कुमारी। देश की राजधानी में दुष्कर्म, हत्या और लूटपाट ही नहीं होती बल्कि प्रत्येक तरह की अवैध गतिविधि संचालित की जाती है । इस बार पूर्वी जिला पुलिस ने एक हाईटेक जुए का अड्डा का पर्दाफाश करते हुए 29 लोगों को गिरफ्तार किया । पुलिस का दावा है कि आरोपी दो मंजिला मकान में जुआ खिलवाने के लिए वॉकी-टॉकी का इस्तेमाल कर रहे थे।
जबकि खुलासा हुआ है कि जुआ खेलने वाले लोगों को अड्डे के मालिक की इजाजत मिलने के बाद ही अंदर प्रवेश दिया जाता था। इतना ही नहीं किसी भी गड़बड़ी का पता चलते ही आरोपी अपने साथियों को वॉकी-टॉकी की मदद से इशारा कर देते थे। छापेमारी के वक्त भी ऐसा ही हुआ और कुछ आरोपी वहां से फरार होने में कामयाब हो गए।
लेकिन बाद में पुलिस ने जुए के अड्डे के दो संचालकों समेत 29 लोगों को काबू कर इनके पास से 4.20 लाख कैश, दो तमंचे, 14 कारतूस, तीन मोबाइल, एक वॉकी-टॉकी व अन्य सामान बरामद की है। पुलिस ने बताया कि स्पेशल स्टाफ की टीम को सूचना मिली थी कि मंडावली इलाके में जुए का अड्डा चलाया जा रहा है। इस तरह की सूचना के बाद छानबीन के दौरान पता चला कि मंडावली थाने का घोषित बदमाश विनय राय जुए का अड्डा चला रहा है।
इस जानकारी के बाद पुलिस की टीम ने सूचना मिलने के बाद गिरी मार्ग, मंडावली फाजलपुर में छापा मारा। वहां पहुंचने पर कुछ लोग वॉकी-टॉकी लिये नजर आए। बताया जाता है कि पुलिस को देखते ही आरोपी वहां से फरार होने लगे। लेकिन तत्परता दिखाते हुए पुलिस ने घेराबंदी कर कुल 29 लोगों ने काबू किया। इनमें दो आरोपी संचालक मिले।
आरोपियों की पहचान अनिल गुप्ता (45) और ज्योति कुमार (45) के रूप में हुई। बाकी गिरफ्तार 27 लोग आसपास के इलाके के रहने वाले हैं। पुलिस ने अनिल व ज्योति के पास से दो तमंचे और 14 कारतूस बरामद किए हैं। आरोपी अनिल व ज्योति ने बताया कि दोनों ग्रेजुएट हैं। अनिल जुए में मोटी रकम हार गया था। उस पर विनय का मोटा कर्जा था।
कर्जा उतारने के लिए वह विनय के पास नौकरी कर रहा था। ज्योति को काम के बदले मोटी सैलरी दी जाती थी। किसी भी गड़बड़ी से निपटने के लिए आरोपी अपने पास तमंचे रखते थे। देश की राजधानी की पुलिस के बारे में कहा जाता है पैसे कमाने के लिए वह इस तरह की अवैध गतिविधियों को संचालित करने में मदद करती है लेकिन कई बार मामला वरिष्ठ अधिकारियों को संज्ञान में आता है और इस तरह का मामले का पर्दाफाश भी हो जाता है।