अर्चना कुमारी। राजधानी आतंकियों की लगातार हिट लिस्ट में है और एक बार फिर दिल्ली दहलाने की साजिश नाकाम हो गई। शाहदरा जिले के पुरानी सीमापुरी स्थित एक मकान में बैग में आईईडी मिलने की खबर मिलने के बाद हड़कंप और अफरा-तफरी मच गया।
सुरक्षा एजेंसियों का दावा है कि दिल्ली की गाजीपुर फूल मंडी में 14 जनवरी को मिले आईईडी की जांच करते हुए दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल की टीम चार युवकों की तलाश में पुरानी सीमापुरी पहुंची थी। जहां पर संदिग्ध युवक को यहां से गायब मिले, लेकिन कमरे की तलाशी लेने पर वहां एक बैग में कुछ संदिग्ध होने का पता चला। इसके बाद बम व डॉग स्क्वायड को बुला लिया गया।
बताया जाता है कि आईईडी की पुष्टि होते ही एनएसजी के अलावा बाकी एजेंसियों को भी मौके पर बुलाया गया। बताया जाता है कि लोकल पुलिस की मदद से आसपास के इलाके को खाली कराकर पूरे इलाके की बैरिकेडिंग कर दी गई। एनएसजी की टीम बम डिफ्यूसिंग मशीन में रखकर आईईडी को दिलशाद गार्डन के एक पार्क में ले गई। वहां गहरा गड्ढा खोदकर बम को निष्क्रय किया गया ।
इस दौरान बताया जाता है कि आसपास के मार्केट व दुकान को बंद कर ट्रैफिक को भी बंद कर दिया गया था। सूत्रों का कहना है कि गाजीपुर फूल मंडी की जांच में जुटी स्पेशल सेल की टीम को खबर मिली थी कि मामले के कुछ संदिग्ध पुरानी सीमापुरी इलाके में छिपे हैं। इस तरह की खबर मिलने के बाद एक टीम सुनार वाली गली मकान नंबर-49 पर पहुंची। बताया जाता है कि तीन मंजिला मकान की दूसरी मंजिल पर छापेमारी की गई। कमरा बाहर से बंद मिला। पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़ा तो अंदर काले रंग के संदिग्ध बैग के अलावा काफी सामान बरामद हुआ।
सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि बैग की जांच की गई तो उसमें आईईडी होने का शक हुआ। इसके बाद लोकल पुलिस को खबर देकर बम व डॉग स्क्वायड को बुला लिया गया। बम होने की पुष्टि के बाद दोपहर को ही एनएसजी, एफएसएल, दमकल विभाग, एंबुलेंस को खबर दे दी गई। आसपास के एरिया को खाली कराने के लिए कह दिया गया। जिला की लोकल पुलिस ने आसपास की चारों ओर से बैरिकेडिंग करने के बाद लोगों को वहां से हटा दिया।
एनएसजी के वहां पहुंचते ही टीम ने अपना काम शुरू कर दिया। सूत्रों का कहना है कि आईईडी एक्टिवेट था। उसका टाइमर भी चालू था। यदि बम फटता तो काफी नुकसान हो सकता था। वैसे बम डिफ्यूज करने वाली एनएसजी की टीम ने करीब सात बजे डिफ्यूसिंग मशीन की मदद से आईईडी वाले बैग को सुरक्षित नीचे उतारा। बाद में एनएसजी की टीम बम को दिलशाद गार्डन के जे एंड के ब्लॉक स्थित एक बड़े पार्क में ले आई।
वहां आसपास की दुकानों व मार्केट को बंद करवा दिया गया। इसके अलावा वहां आने-जाने वाले ट्रैफिक को बंद कर दिया गया। एनएसजी की टीम गड्ढा खुदवाकर उसको निष्क्रय किया । मौके पर दमकल की दो गाड़ियां, एंबुलेंस व बाकी एजेंसियां मौजूद थी। शुरुआती जांच के बाद पता चला कि चारों युवकों ने दो माह पूर्व ही आसिम नामक मकान मालिक से कमरा किराए पर लिया हुआ था।
पुलिस मकान मालिक के अलावा आसपास के लोगों से पूछताछ कर रही है। पता चला कि आरोपी आसिम ने एक प्रॉपर्टी डीलर के कहने पर आरोपियों को कमरे पर रखा था। पुलिस उस प्रॉपर्टी डीलर की भी तलाश कर रही है। पुलिस को चारों आरोपियों का फोटो और उनके मूल निवास का पता चला है। आधा दर्जन टीमों को संदिग्धों की तलाश में दिल्ली और यूपी भेजा गया है। पुलिस का कहना है कि कुछ संदिग्ध हिरासत में लिए गए हैं और उनसे पूछताछ जारी है।