अर्चना कुमारी। करोना महामारी के दौर में हरे टिड्डे भी जमकर कालाबाजारी कर रहे हैं और रोहिणी जिला स्पेशल स्टाफ थाना पुलिस ने एक ऐसे शातिर को धर दबोचा है जो देश की राजधानी के नामी अस्पतालों में आईसीयू बेड दिलवाने का दावा कर ठगी करता था।
आरोपी की पहचान इमरान अहमद (25) के रूप में हुई है। पुलिस का कहना है कि आरोपी ने अपना मोबाइल नंबर व्हाट्सएप पर वितरित करवा दिया था। इसके बाद जो भी आईसीयू बेड के लिए उससे संपर्क करता था वह उससे रकम की डिमांड करता। बाद में रुपये लेने के बाद पीड़ितों का फोन उठाना बंद कर चंपत हो जाता था ।
पुलिस को छानबीन के दौरान पता चला है कि यह आरोपी बीते पांच दिनों के भीतर 11 लोगों को विभिन्न अस्पतालों में आईसीयू बेड की बात कर ठगा है। आरोपी के पास से वारदात में इस्तेमाल मोबाइल फोन, क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड पुलिस ने बरामद किया है ।
दरअसल केएन काटजू मार्ग थाना पुलिस को पिछले दिनों अंकित बंसल नामक शख्स ने एक शिकायत दी थी। अंकित ने पुलिस को बताया कि उसके रिश्तेदार कोविड पॉजिटिव हैं।
पिछले कुछ दिनों से उसका लगातार ऑक्सीजन लेवल कम हो रहा था। उनको अस्पताल में आईसीयू बेड की जरूरत थी जो मिल नहीं रहा था। इसके बाद उनको तीन मई को व्हाटसएप के जरिये एक नंबर मिला।
उसने नंबर पर बातचीत की गई तो आरोपी ने बताया कि वह आईसीयू बेड दिलवा सकता है। पीड़ित ने दावा किया कि आरोपी ने इसके लिए 30 हजार रुपये मांगे। बाद में बातचीत के बाद 20 हजार में बातचीत तय हो गई।
इसके बाद आरोपी ने एक अकाउंट नंबर दिया और रुपये डालने की बात की। जिसके बाद अंकित ने आधी रकम 10 हजार रुपये आरोपी के बैंक खाते में डाल दिए। इसके बाद आरोपी अपना फोन बंद कर दिया ।
थक हार कर परेशान होकर परिवार ने पांच मई को मामले की शिकायत पुलिस से की। जिसके बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए जिले के स्पेशल स्टाफ ने मामले की जांच शुरू कर दी।
पुलिस का कहना है कि आरोपी के खाता संख्या और सीडीआर से डिटेल खंगाली गई। इसके बाद छानबीन के बाद आरोपी को बृहस्पतिवार उसके घर के पास करोल बाग से दबोच लिया गया।
दिल्ली पुलिस का कहना है कि पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि उसने 24 अप्रैल को व्हाट्सएप पर अपना नंबर डाला था। इसके बाद वह एक मई से पांच मई के बीच 11 लोगों से 1.30 लाख रुपये ठग चुका है।
पुलिस को आरोपी ने बताया कि कोविड के दौरान लोग अस्पताल में बेड के लिए परेशान हैं। ऐसे में उसने ठगी की योजना बनाई और इस गोरखधंधे में शामिल आरोपियों की तलाश में पुलिस जुटी हुई है। दूसरे मामले में ग्रेटर कैलाश थाना पुलिस ने मेडिकल उपकरणों की कालाबाजारी करने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया ।
पकड़े गए आरोपियों की पहचान सईद (31) और मुकीम के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपियों के पास से भारी संख्या में करीब 3486 डिजीटल थर्मामीटर, 10 ऑक्सीजन कन्संट्रेटर, 82 ऑक्सीजन पाइप, 263 डिजीटल गन थर्मामीटर, 684 ऑक्सीमीटर और 10 नेबुलाइजर मशीन आदि बरामद की गई ।
पुलिस का कहना है कि दोनों आरोपी इन उपकरणों को कई गुना महंगे दामों पर बेच रहे थे। दरअसल पुलिस टीम को सूचना मिली थी कि एम-ब्लॉक मार्केट, ग्रेटर कैलाश इलाके में कुछ लोग मेडिकल उपकरणों की कालाबाजारी कर रहे हैं।
यह भी सूचना मिली थी आरोपी इन उपकरणों के बदले कई गुना ज्यादा कीमत वसूल कर रहे हैं। जिसके बाद पुलिस ने एम-ब्लॉक की ओर जाती एक अल्टो कार को पार्किंग में रोका।
सईद नामक आरोपी की कार की तलाशी ली गई। तलाशी के दौरान कार से चार ऑक्सीजन कन्संट्रेटर, 40 डिजीटल थर्मामीटर, 10 गन थर्मामीटर और 20 ऑक्सी मीटर बरामद हुए।
कार सवार सईद को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस का कहना है कि आरोपी सईद ने बताया कि वह शाहीन बाग निवासी मुकीम के साथ मिलकर मेडिकल उपकरणों का धंधा करता है। सईद से पूछताछ के बाद आरोपी मुकीम को गिरफ्तार कर उसके पास से बाकी उपकरण बरामद कर लिए