अर्चना कुमारी | हमास द्वारा लगाई आग फ्रांस और चीन तक पहुंच गया है। अब अल्लाह हु अकबर बोल हमले किए जा रहे और हमास आतंकी इस्लामिक समर्थन पाने के लिए नीचता पर उतर आए है। सोशल मीडिया पर हमास द्वारा इस वीडियो को #हमास की प्रोपेगेंडा टीम ने पोस्ट किया, यह दिखाने के लिए इसराइली सेना निर्दोष बच्चों को मार रही है।
फ्रांस : छात्र ने अल्लाह हू अकबर बोलकर टीचर को चाकू से मारकर हत्या कर दी
◆ छात्र की उम्र 20 साल है, हमले में 2 अन्य भी घायल हुए हैं
◆ फ्रांस के राष्ट्रपति ने इसे आतंकवादी हमला करार दिया
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— News24 (@news24tvchannel) October 14, 2023
लेकिन जिसने वीडियो पोस्ट किया वो चेहरे को मॉर्फ्ड करना भूल गया और हकीकत सामने आ गई। यह किसी बच्ची की डेड बॉडी नहीं बल्कि गुड़िया है। हालांकि गलती का एहसास होते ही हमास की सोशल मीडिया टीम ने यह वीडियो डिलीट कर दिया पर तब तक बहुत देर हो गई थी। वीडियो देखिए वीडियो के पीछे बैकग्राउंड म्यूजिक सुनिए और समझिए कैसे आतंकी हमास झूठी तस्वीरें, झूठे वीडियो पोस्ट करके आतंकवादियों के लिए सहानुभूति और समर्थन जुटाता है।
ये वो लोग है जिन्होंने इजरायल पर हमला कर चालीस बच्चो को मार डाला था और अब बच्चो को अपना ढाल बना रहे। इस बीच जुमे के दिन बीजिंग में इजरायली राजनयिक पर चाकू से हमला किया गया और फ्रांस में अल्लाह-हू-अकबर के नारे के साथ टीचर को मौत के घाट उतार दिया गया। इजरायल पर बर्बर आतंकी हमले और उसके बाद इजरायल द्वारा दिए जा रहे करारा जवाब के बीच हमास के आतंकियों की हिम्मत बढ़ गई है। अब दूसरे देशों में भी दूसरे धर्म के लोगो को निशाना बनाया जा रहा है। बीजिंग में इज़राइल के दूतावास में काम करने वाले एक राजनयिक पर दूतावास के करीब ही चाकू से हमला कर दिया गया।
इस हमले में राजनयिक को गंभीर चोटें आईं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। यह सब तब हुआ जबकि इज़राइल ने पहले ही दूसरे देशों में रह रहे अपने नागरिकों और राजनयिकों को सतर्क रहने की चेतावनी दी है क्योंकि हमास के खिलाफ युद्ध के नतीजे के रूप में उन पर हमला किया जा सकता है।फ्रांस में एक हाई स्कूल में चाकू से किए गए हमले में एक शिक्षक की मौत हो गई और कम से कम चार अन्य घायल हो गए। अर्रास हाई स्कूल गैम्बेटा में हमले के दौरान संदिग्ध ने “अल्लाह-हू-अख़बर” के नारे भी लगाए। हमलावर लगभग 20 साल का था और पूर्व छात्र था। कथित तौर पर उसके भाई को भी गिरफ्तार किया गया ।
कथित पीड़ितों में दो शिक्षक और एक तकनीकी एजेंट शामिल थे, जिनमें से एक घायल हो गया और एक की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है।इस हमले में मारे गए व्यक्ति एक फ्रांसीसी भाषा के शिक्षक थे, जबकि एक खेल शिक्षक को भी कथित तौर पर चाकू मारकर घायल कर दिया गया । मरने वाले फ्रेंच शिक्षक डोमिनिक बर्नार्ड की शुक्रवार को चाकू गोदकर हत्या कर दी गई। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने इसे इस्लामी आतंकवाद का हमला बताया है।
पुलिस अधिकारी स्लीमन हमजी ने कहा कि आरोपी स्कूल का पूर्व छात्र रहा है। कहा गया कि पुलिस ने एक अन्य फ्रांसीसी क्षेत्र में इस तरह के हमले के प्रयास को विफल कर दिया । फ्रांस के गृह मंत्री गेराल्ड डर्मैनिन ने कहा कि सुरक्षा चेतावनी उच्चतम स्तर तक बढ़ा दी गई है। उन्होंने कहा कि इस मामले का संबंध पश्चिम एशिया के घटनाक्रम से है। आरोपी और उसके भाई को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने दोनों पर स्टन गन की मदद से काबू पाया था।
अधिकारी ने कहा कि पकड़ा गया युवक रूसी नागरिक है।वह चेचेन्या का रहने वाला है। उसी स्कूल के दर्शनशास्त्र के शिक्षक मार्टिन डूसाट ने कहा कि घटना के बाद से सभी सदमे में हैं। आरोपी ने उनका भी पीछा किया था, लेकिन उन्होंने खुद को कमरे में बंद कर लिया था। इस तरह की घटना तीन साल पहले भी हुई थी जब शिक्षक सैमुअल पैटी की हत्या की गई थी। उनकी हत्या 16 अक्टूबर 2020 को हुई थी। पेरिस क्षेत्र के एक स्कूल के पास चेचेन्या के कट्टरपंथी 18 वर्षीय शख्स ने उनका सिर काट दिया था। उस दिन भी शुक्रवार ही था।