अर्चना कुमारी। जम्मू कश्मीर के बांदीपोरा जिले में सुरक्षाबलों ने मारे गए एक आतंकवादी की पत्नी समेत दो लोगों को गिरफ्तार कर एक आतंकी ‘मॉड्यूल‘ का भंडाफोड़ किया है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि एक ‘हाइब्रिड‘ आतंकवादी की गतिविधि के बारे में विशिष्ट जानकारी के आधार पर शुक्रवार को उत्तरी कश्मीर जिले के दर्दगुंड इलाके में एक जांच चौकी स्थापित की गई। उन्होंने बताया कि वहां सुरक्षाकर्मियों को देखकर एक व्यक्ति भागने की कोशिश करने लगा, जिसे गिरफ्तार कर लिया गया।
अधिकारी ने बताया कि उसके पास से एक पिस्तौल, आठ कारतूस और अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई। आरोपी की पहचान नेस्बल सुंबल निवासी शफायत जुबैर ऋषि के रूप में हुई है। आरोपी ने पूछताछ के दौरान खुलासा किया कि वह मारे गए आतंकवादी कमांडर यूसुफ चौपान की पत्नी मुनीरा बेगम नामक महिला से हथियार और गोला-बारूद लेने जा रहा था। अधिकारी ने बताया कि बेगम को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
आरोपी पाकिस्तान स्थित अपने आका मुश्ताक अहमद मीर के संपर्क में थे, जो वर्ष 1999 में पड़ोसी देश में चला गया था। वह जिले में आतंकवादियों को फिर से सक्रिय करने का काम कर रहा है। ऋषि, 2000 में कोठीबाग में हुए धमाके में शामिल था। इसमें 12 पुलिसकर्मियों सहित 14 लोग मारे गए थे।
वह प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन और बाद में प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन अल-बद्र से जुड़ा हुआ था। गिरफ्तार आंतकी 2009 में सुंबल में सेना के एक वाहन को जलाने में भी शामिल था और इस मामले में जमानत पर है। अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा बलों ने बेगम के खुलासे पर निकट के वन क्षेत्र से क्रिनकोव एके 47 राइफल, तीन मैगजीन, 90 कारतूस और एक पिस्तौल सहित हथियार और गोला-बारूद बरामद किया है।
ये हथियार ऋषि को दिए जाने थे। उन्होंने बताया कि पूछताछ में यह पता चला कि बेगम दो बार पाकिस्तान जा चुकी है। ऋषि ने कबूल किया कि जिले में आतंकी गतिविधियों को तेज करने के लिए उसे 47 लाख रुपये की राशि मिलने वाली थी। अधिकारी ने बताया कि आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किये जाने के बाद एक मामला दर्ज किया गया है और जांच जारी है।