यदि आप लोन लेने के लिए चीनी ऐप का इस्तेमाल करते हैं तो यह आपके लिए जानलेवा साबित हो सकता है । देश की राजधानी में एक युवक चीनी ऐप से लोन लेने के बाद ऐसे मकड़जाल में फंसा कि उसे अपनी जान गंवानी परी ।
जांच से पता चलता है कि युवक ने एक चीनी ऐप के जरिए उच्च ब्याज दर पर महज कुछ रुपए लोन लिया था और लिए गए लोन का जब वह उसका भुगतान नहीं कर सका तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी भी दी गई थी।
ऐसा नहीं है कि सिर्फ राजधानी में ही इस तरह के ऐप के चक्कर में फंसकर इस युवक ने जान गवाई है और भी राज्यों में इस तरह की घटनाएं लगातार हो रही है।
पुलिस सूत्रों की माने तो द्वारका जिले के शाहाबाद मोहम्मदपुर गांव में एक 25 वर्षीय युवक, जिसने 25 नवंबर को अपने घर में कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।
जांच के दौरान यह पता चला है कि हरीश नामक इस युवक ने एक चीनी ऐप के जरिए कुछ रुपए का लोन लिया था, जिसे चुकाने के लिए उस पर दबाव बनाया जा रहा था और कई तरह की धमकियां भी दी जा रही थीं,
जिसके चलते हरीश ने आत्महत्या जैसा कदम उठाया। हरीश के परिवार वालों ने पुलिस को हरीश के मोबाइल फोन के कुछ स्क्रीनशॉट्स दिखाकर बताया कि हरीश ने एक ऐप के जरिए एक छोटा सा लोन लिया था,
जिसे चुकाने के लिए उस पर कई तरह से दबाव बनाया जा रहा था। पुलिस उपायुक्त संतोष मीणा का कहना है कि हरीश ने एक चीनी ऐप (Chinese app) के जरिए उच्च ब्याज दर पर महज 2,500 रुपये का लोन लिया था।
जांच की जा रही है कि क्या हरीश ने इसके अलावा भी ऐप के जरिए कोई और लोन लिया था, जिसके लिए उसे ब्लैकमेल किया जा रहा था।
फिलहाल पुलिस लोन देने वाली कंपनी के कर्मचारियों का पता लगाने की कोशिश कर रही है और इस मामले में अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं की गई है।
उधर, परिजनों ने पुलिस को बताया है कि 25 नवंबर को हरीश के फोन पर कई अलग-अलग नंबरों से कॉल आया था, जिसमें कहा जा रहा था कि हरीश ने उसने एक लोन लिया है और उसका कुछ हिस्सा वह वापस नहीं कर रहा है
जबकि हरीश की बहन का कहना था कि उसके साथ ऑनलाइन फ्रॉड हुआ है और वह बैंक में जाकर बात करने वाला है। पुलिस को जांच में पता चला है
कि हरीश सरकारी एग्जाम की तैयारी कर रहा था और साथ ही अपनी एक वर्कशॉप भी चलाता था । घटना के दिन 25 नवंबर कीसुबह 11 बजे ही वह घर वापस लौट आया और कुछ देर बाद अपने कमरे में ताला लगा कर खुद को कमरे के पंखे से लटका लिया था।
हरीश को इस हालत में सबसे पहले उसकी दादी ने देखा था, जिसके बाद उन्होंने घबराकर शोर मचाना शुरू कर दिया, जिससे आसपास रहने वाले लोगों ने आकर तुरंत दरवाजा खोलने में मदद की।
बाद में सभी मिलकर हरीश को द्वारका स्थित वेंकटेश्वर अस्पताल लेकर पहुंचे लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। डॉक्टरों ने भी हरीश की मौत का कारण एस्फिक्सिया बताया था,
डॉक्टरों ने हरीश की आत्महत्या की पुष्टि कर दी थी। उसके एक रिश्तेदार ने बताया है कि हरीश ने एक छोटा सा लोन लिया था, लेकिन ब्याज के बढ़ते रहने से लोन की रकम कई गुना बढ़ गई थी।
इसके बाद जब वह उसका भुगतान नहीं कर सका तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी भी दी गई थी। परिवार वालों का यह भी कहना है
कि उन्हें बाद में पता लगा कि व्हाट्सएप पर ऐसा कोई ग्रुप बनाया गया था, जिसमें हरीश के बारे में काफी अपमानजनक मैसेज भेजे गए थे ।
आरोपी चीनी कंपनी और उसके कर्मचारियों ने हरीश को इन मैसेजेस के स्क्रीनशॉट्स भेज कर उसे तुरंत लोन चुकाने की चेतावनी दी थी।
पुलिस की सलाह है कि किसी भी व्यक्ति को ऐसे किसी भी ऐप से लोन लेने से बचना चाहिए जबकि जांच में यह भी पता चला है कि डीयू से स्नातक कर चुके हरीश ने मामूली रकम उधार ली थी,
लेकिन 30 गुना से ज्यादा चुकाने के बाद भी वसूली का टॉर्चर नहीं रुका। उनके मोबाइल की जांच से पता चला कि वह हजारों रुपये चुका चुके थे।
हरीश द्वारका सेक्टर 8 मेट्रो स्टेशन के नजदीक शाहबाद मुहम्मदपुर गांव में परिवार के साथ रहते थे। वह दिल्ली पुलिस में भर्ती की तैयारी कर रहे थे।
सनद रहे कि हाल में ही भारत में चीन के 250 से ज्यादा ऐप को नागरिकों की सुरक्षा के लिए खतरा मानकर पिछले एक साल में बैन किया गया था
लेकिन इसके बावजूद कई चीनी ऐप धड़ल्ले से चल रहे हैं जो मानवीय जीवन के लिए खतरा बनते जा रहे हैं । साइबर एक्सपर्ट बताते हैं कि इस तरह के लोन ऐप को जब आप डाउनलोड करते हैं,
तो आपको कॉन्टेक्ट डिटेल, पर्सनल डिटेल शेयर करना होता है और इस ऐप के जरिये आप 2 से 10 हजार झटपट लोन ले सकते हैं।
दावा किया जाता है कि 7 से 15 दिन में रीपेंमेंट साइकिल शुरू होता है, कोई गारंटी नहीं देनी पड़ती है इसके बाद, छोटा लोन लेते हैं। कंपनी दावा करती है कि चंद मिनट में लोन देंगे।
2000 से 1000 का छोटा कर्ज बांटेंगे। कोई इनकम प्रूफ नहीं मांगेंगे। छोटी समय सीमा का कर्ज तुरंत खाते में डालेंगे लेकिन लोन की किस्त समय पर नहीं भरा तो कई गुना पेनाल्टी डालेंगे।
कर्ज भरने के लिए दूसरे एप से आप लोन लेंगे। किस्त नहीं दी तो लोन लेने वाले की फोटो सार्वजनिक करेंगे और आपकी कॉन्टेक्ट लिस्ट में कर्जदार को बदनाम करेंगे तथा इसके बाद परेशान होकर कर्ज लेने वाला जान देने को मजबूर हो जाता है ।
देश की राजधानी दिल्ली से लेकर तेलंगाना , मध्य प्रदेश, बिहार से पश्चिम बंगाल तक कई लोग इस तरह धोखे में फंस कर अपनी जान गंवा आ चुके हैं। साइबर एक्सपर्ट का कहना है कि ऐसे किसी भी ऐप से लोन लेने से बचना चाहिए