देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में माफिया राज समाप्ति की ओर अग्रसर है। देश विदेश में लोकप्रिय योगी सरकार ने प्रदेश के सत्ता पोषित माफिया नेटवर्क के खिलाफ सख्त अभियान चलाया है।
चाहे वह माफिया डॉन मुख़्तार अंसारी, अतीक अहमद, अनिल दुजाना और सुंदर भाटी हो या अन्य छोटे-बड़े गैंगस्टर। इन सबके खिलाफ योगी सरकार प्रत्येक मोर्चे पर इतना नकेल इतना कस दिया है
कि भविष्य में इन छोटे बड़े गिरोह को फिर से सिर उठाने में दिक्कत होगी। उत्तर प्रदेश सरकार का पिछले कुछ महीनों से माफियाओं पर नकेल कसने का अभियान लगातार जारी है
और इसी क्रम में प्रयागराज जिले में माफिया अतीक अहमद के गुर्गे का मकान बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया गया। बिना नक्शा पास कराए अवैध तरीके से मकान का निर्माण कराया गया था।
अतीक अहमद के गुर्गे एजाज अख्तर के अवैध निर्माण को बुलडोजर चलाकर गिरा दिया गया जबकि जांच में पता चला है उसने 700 वर्ग गज में बिना नक्शा पास कराए ही अवैध तरीके से मकान का निर्माण कराया था।
उस पर धूमनगंज और कौशांबी में कई अपराधिक मामले दर्ज हैं । उसने दो वर्ष पहले पेशी के दौरान जिले के शिवकुटी थाना क्षेत्र में पुलिस पर हमला कर फरार होने की कोशिश की थी।
उत्तर प्रदेश पुलिस का कहना है कि इस जिले में अब तक 43 माफिया और हिस्ट्रीशीटरों के अवैध निर्माण को ध्वस्त किया जा चुका है।
इनमें सबसे बड़े गैंगस्टर अतीक अहमद इन दिनों गुजरात के अहमदाबाद की जेल में बंद हैं लेकिन उत्तर प्रदेश पुलिस अतीक अहमद की कई लाखों करोड़ों की प्रॉपर्टी जप्त कर चुकी है ।
लगभग 25 करोड़ की पांच संपत्ति को पिछले कुछ महीने में कुर्क किया गया जबकि 13 से अधिक अन्य प्रॉपर्टी के खिलाफ भी कार्रवाई की तैयारी चल रही है। माफिया अतीक अहमद की जिन संपत्तियों की जब्ती की कार्रवाई की गई।
उसमें थाना खुल्दाबाद क्षेत्र की दो संपत्तियां, थाना सिविल लाइंस एमजी रोड स्थित एक प्रॉपर्टी ,थाना धूमनगंज में प्रॉपर्टी समेत कई अन्य संपत्तियां है ,जिन पर कार्रवाई की जा रही है ।
उत्तर प्रदेश सरकार का कहना है कि जितने भी माफिया और गैंगस्टर हैं, जिन्होंने अवैध ढंग से प्रॉपर्टी अर्जित की है, उनके खिलाफ कार्रवाई चलती रहेगी और
इसी के तहत अतीक के दो शस्त्र लाइसेंस जब्त होने के साथ साथ उसके रिश्तेदारों और गुर्गों पर नकेल कसना शुरू कर दिया गया है ।
इसी तरह एक और माफिया मुख्तार अंसारी पर उत्तर प्रदेश सरकार की कार्रवाई लगातार जारी है। मऊ सदर से बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी इन दिनों पंजाब के जेल में बद है
और जब पिछले दिनों मुख्तार अंसारी को यूपी पुलिस पंजाब लाने गई उत्तर प्रदेश पुलिस को बैरंग वापस होना पड़ा । जेल की ओर से मुख्तार अंसारी की सेहत ठीक न होने का हवाला दिया गया ।
इसके पहले भी कई बार मुख्तार अंसारी को उत्तर प्रदेश में लाने के लिए कई प्रोडक्शन वारंट जारी हो चुके हैं, लेकिन हर बार पंजाब पुलिस द्वारा खराब सेहत का हवाला देकर मुख्तार अंसारी को यूपी आने से बचाती रही है।
खुद को डॉन बताने वाला मुख्तार अंसारी को अपनी जान को खतरा का डर सता रहा है और उसने पंजाब में लम्बित मुकदमे में कानूनी दावपेंच लगाकर अपनी जेल उत्तर प्रदेश से बदलवा कर पंजाब करा लिया।
सनद रहे कि 2019 में लोकसभा चुनाव के पहले ही मुख्तार को यूपी की बांदा जेल से पंजाब के रोपड़ जेल भेज दिया गया था और तभी से वह पंजाब के जेल मे बंद है।
लेकिन उत्तर प्रदेश योगी सरकार ने पिछले कुछ महीनों में मुख्तार अंसारी के गिरोह के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। मुख्तार अंसारी हो या उसके नाम पर अवैध धंधे करने वाले गुर्गे, सभी के खिलाफ कार्रवाई जारी है।
उत्तर प्रदेश पुलिस का कहना है कि अब तक लखनऊ से लेकर मऊ और गाजीपुर में करोड़ों की संपत्तियां बुलडोजर से ध्वस्त की जा चुकी हैं
जबकि मुख्तार अंसारी को गाजीपुर में फर्जी दस्तावेजों पर असलहे का लाइसेंस लेने के मामले में प्रयागराज स्पेशल कोर्ट में पेश होना था और इसके अलावा आजमगढ़ में दर्ज आपराधिक मामले में सेशन कोर्ट ने उसे तलब किया था,
लेकिन हर बार की तरह इस बार भी रोपड़ जेल प्रशासन की तरफ से मेडिकल रिपोर्ट दिखाकर मुख्तार अंसारी को यूपी पुलिस को नहीं सौंपा ।
प्रदेश के लोगों का कहना है कि योगी सरकार करप्शन और भूमाफियाओं को लेकर जीरो टॉलरेंस वाली सरकार है और इस सरकार ने माफिया राज का क्रिया कर्म करने के लिए लगातार काम कर रही है ।
अपराधियों और माफियाओं के लिए उत्तर प्रदेश में कोई जगह नहीं है। कोई कितना भी ताकतवर अपराधी हो, उनके खिलाफ योगी सरकार की कार्रवाई जारी है ।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि करीब 50 माफिया सरगनाओं पर यूपी सरकार और पुलिस की नज़र है और उनकी करीब 500 करोड़ रुपये की अवैध सम्पत्ति और अवैध धंधे या तो बंद कराये जा चुके हैं या फिर बंद कराए जाने की प्रक्रिया जारी है।