अर्चना कुमारी । बिहार के पूर्णिया जिले में लव जिहाद का मामला सामने आया है और दो अलग-अलग मामलों में लोगों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है। दोनों मामलों में स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन करते हुए इंसाफ की गुहार लगाई है और घटना के कई दिन बीतने के बाद भी दोनों हिंदू बच्चों की बरामदगी नहीं हो पाई है।
एक मामले में बुद्धिजीवियों-व्यवसायियों और संगठनों ने प्रदर्शन किया है और दूसरे मामले में भी स्थानीय लोगों ने सड़क पर उतर कर विरोध प्रदर्शन किया । दूसरे मामले में पीड़ित मां का आरोप है कि बच्ची का मतांतरण करा उसे बेचने की नीयत से ऐसा किया गया। लेकिन प्रशासन सोई हुई हैं। दोनों मामलों के बाद संबंधित इलाकों में तनाव का माहौल बताया जाता है। पहला मामला सहायक खजांचीहाट थाना क्षेत्र का है, जहां एक महिला ने अपनी नाबालिग बेटी को भगाने की प्राथमिकी दर्ज कराई है।
प्राथमिकी ट्रैफिकिंग तथा मतांतरण कराने की आशंका को लेकर की गई है । इस संबंध में तीन लोगों को नामजद किया गया है। महिला ने पुलिस को बताया कि उसकी नाबालिग बेटी को कोहिनूर मैरेज हाल लाइन लाइन बाजार झंडा चौक स्थित एक होटल में काम करने वाले किशनगंज जिले के छतरगाछ थाना पहरकट्टा का रहने वाला मु. सोहराब आलम, मु.कमरूल होदा व सोहराब का भाई आदि मिलकर मानव तस्करी तथा धर्म परिवर्तन कराने के उदेश्य से लेकर भाग गया है।
लड़की की मां ने पुलिस को बताया कि उसकी बेटी को रविवार की सुबह आठ बजे लेकर भागा है। उसने पुलिस प्रशासन से अपनी नाबालिग बेटी को तस्करों के चंगुल से मुक्त कराने की मांग की है। दूसरा मामला बनमनखी में प्रेम प्रसंग में नाबालिग लड़की को बहला-फुसलाकर भगाने और पुलिस की शिथिलता के विरोध को लेकर हैं। स्थानीय लोगों ने बालिका की बरामदगी की मांग करते हुए व्यवसायियों ने प्रदर्शन किया और बनमनखी बाजार बंद रखा। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि लड़की को अगवा किए जाने के बाद भी पुलिस न तो उसका पता लगा पाई है और न ही किसी को गिरफ्तार ही किया है। अपहृत लड़की के पिता ने 24 नवंबर की देर शाम को बनमनखी थाने में शिकायत की थी।
आवेदन के आधार पर बनमनखी थाने में विभिन्न धाराओं केस दर्ज किया गया था। लड़की के पिता का कहना है कि 24 नवंबर को दुकान बंद कर घर आए तो पुत्री के अगवा होने का पता चला। पड़ोस के लोगों ने बताया कि उनकी बेटी को बनमनखी दर्जी पट्टी निवासी युवक मु. फराज पुत्र मु. जमशेद आलम अगवा कर ले गया है। उन्होंने कहा कि सुबह में फराज ने मेरी पत्नी के नंबर पर फोन कर धमकी दी थी। इस बात की जानकारी होने के बाद मु. जमशेद आलम के घर जाकर पूछताछ की तो उसके स्वजन गालीगलौज करते हुए हमें भगा दिया।
उन्होंने कहा कि मेरी पुत्री को भगाने में मु. फराज के भाई मु. वक्कार और अन्य का हाथ है। लड़की के पिता ने बनमनखी पुलिस पर मामले में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है जबकि अपहृत छात्रा का एक वीडियो फराज के साथ वायरल हो रहा है। वीडियो में छात्रा अपना नाम बताते हुए फराज का जिक्र कर रही है। छात्रा कह रही है कि हमलोग चार साल से रिलेशनशिप में हैं।