अर्चना कुमारी। जिस राज्य का मुख्यमंत्री सदन में अश्लीलता फैलाते हो,वहा के डॉक्टर समुदाय छात्रा से बदसलूकी करे तो किसी को हैरान नही होना चाहिए। मुख्यमंत्री के गृह जिला में पावापुरी स्थित मेडिकल कॉलेज के अंदर मौखिक परीक्षा पास कराने के नाम पर छात्राओं के यौन शोषण किया गया। पीड़ित छात्राओं ने महिला थाने में पूरे विवरण के साथ लिखित शिकायत दी है।लेकिन आरोपी नही पकड़े गए है।
सूत्रों ने बताया पावापुरी नालंदा में मेडिकल की छात्राओं ने अपने विभाग के एचओडी सहित 4 अन्य चिकित्सकों पर गंभीर आरोप लगाए । उनका कहना है कि प्रेक्टिकल की परीक्षा में पास करने के लिए उन्हें चिकित्सकों ने संबंध बनाने का दवाब दिया। अगर वह लड़कियां इस बात से इंकार करती हैं तो उन्हें परीक्षा में फेल कर दिया जायेगा। इसकी शिकायत महिला थाना में किया है। मामला बर्द्धमान आयुर्विज्ञान संस्थान पावापुरी का है, जहां तीन छात्राओं ने अपने विभाग के एचओडी और 4 अन्य डॉक्टर पर छेड़खानी का आरोप लगाया है।
पीड़ित छात्राओं का कहना है कि उन लोगों का ट्रेड ओटी असिस्टेंट है। बुधवार को उन लोगों का प्रैक्टिकल और फिर इंटरव्यू थी। उनका निर्धारित समय 9:00 बजे से लेकर 2:00 बजे तक का था। निश्चित समय के अनुसार छात्राएं कॉलेज पहुंची, जहां परीक्षा दी। छात्राएं परीक्षा देकर अपने हॉस्टल लौट आई।शाम के वक्त विभाग के द्वारा फोन कर उन्हें फिर कॉलेज बुलाया गया। उन लोगों से कहा गया कि अर्जेंट हैं, एचओडी सर बुला रहे हैं। अगर समय पर नहीं पहुंचेगे तो इंटरव्यू में फेल कर दिए जाएंगे। सूचना मिलते ही छात्राएं विभाग पहुंची, जहां सभी छात्र छात्राएं पहुंचे हुए थे।
लड़कों को बाहर ही रोक दिया गया और लड़कियों को एक-एक करके अंदर कमरे में भेजा जाने गया। अंदर जाने पर उन लोगों ने देखा कि अंदर मौजूद सभी लोग शराब के नशे में धुत थे। अंदर मौजूद लोगों ने पूछा कि तुम पास करना चाहती हो या फेल करना चाहती हो? तुम्हारी परीक्षा बेहतर अच्छी नहीं हुई है। वहां मौजूद विभाग एचओडी एवं एक अन्य डॉक्टर ने कहा कि अगर हम तुम्हें पास कर देंगे तो तुम मेरे लिए क्या करोगी। क्या तुम मुझसे प्यार करोगी, मुझसे हमेशा बात करोगी जो बोलेंगे वो बात मानोगी। छात्राओं ने एक सिरे से उनकी इस ऑफर को ठुकरा दिया और कहा कि सर जैसा मेरा परफॉर्मेंस है और मैं जिस लायक हूं उसके अनुसार मुझे अंक दिया जाए और मुझे कुछ नहीं चाहिए। वहां मौजूद एचओडी सर ने कहा कि हम तुम्हें टॉप करेंगे।
साथ ही एक अन्य डॉक्टर ने कहा कि तुम सर का आशीर्वाद लो इसके बाद मैं पैर छूने के लिए झुकी और सर का आशीर्वाद लिया। तभी अचानक वहां मौजूद एचओडी ने हाथ पकड़ लिया और आपत्तिजनक हरकत करने लगे। इसके बाद वह कमरे के अंदर से खुद को छुड़ाते हुए बाहर निकल गई।पीड़ित छात्रों का कहना है कि इसके बाद हम लोग कॉलेज के प्राचार्य के पास गए। जहां उन्होंने आश्वासन दिया कि तुम लोग लिखित शिकायत करो हम उचित कार्रवाई करेंगे। इसके बाद हम लोगों ने गुरुवार की सुबह प्रिंसिपल का इंतजार किया। करीब 2 घंटे बाद उनसे मुलाकात हुई।
उन्होंने आवेदन लिया और कहा कि तुम लोग स्वतंत्र हो जहां शिकायत करना है जाकर करो। इसके बाद हमलोग स्थानीय थाना पहुँचे, लेकिन वहां थाना प्रभारी आवेदन लेने में टालमटोल करने लगे। इसके बाद हम लोग महिला थाना पहुंचे जहां महिला थाना अध्यक्ष के द्वारा बताया गया कि स्थानीय थाना में आप लोगों के द्वारा आवेदन दिया गया है। इसके कारण यहां केस रजिस्टर्ड नहीं हो सकता है।बाद मेंपावापुरी ओपी प्रभारी अनिता कुमारी ने बताया कि छात्राओं के द्वारा आवेदन प्राप्त हुआ है। एचओडी समेत 5 लोगों के खिलाफ शिकायत आई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। जांच उपरांत ही मामला स्पष्ट हो सकेगा।
कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. अशोक कुमार ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए डीएम के द्वारा एक टीम का गठन किया गया है। विभाग के एचओडी एवं अन्य डॉक्टर से भी उनका पक्ष जाना गया है। वे लोग इस आरोप को बेबुनियाद बता रहे हैं। हालांकि छात्राओं का कहना है कि उन लोगों का यौन उत्पीड़न किया गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही मामला स्पष्ट हो सकेगा।