अर्चना कुमारी। कांग्रेस सांसद कांग्रेस सांसद धीरज साहू के ठिकानों से अब तक 353 करोड़ रुपये बरामद हुए है। इन रुपयों को गिनने के लिए कुल पांच दिन लग गए जबकि भारतीय इतिहास में यह अब तक की सबसे अधिक नकदी बरामदगी है। जल्द ही आंकड़ा 500 से बढ़कर 1000 करोड़ हो जाए तो किसी को आश्चर्य नहीं होगा। धीरज साहू के ठिकानों पर अब तक मिले कुल 351 करोड़ सिर्फ 9 ठिकाने से मिले जबकि अन्य ठिकाने की जांच अभी बची है।
आयकर विभाग ने ओडिशा, पश्चिम बंगाल और झारखंड में 5 दिन पहले रेड मारी थी और ओडिशा स्थित बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड से ही 300 करोड़ रुपये से ज्यादा नकदी जब्त की गई। यह कार्रवाई एक रिकॉर्ड बन गई है और किसी भी एजेंसी द्वारा एक ही ऑपरेशन में अब तक की सबसे ज्यादा नकदी बरामद की गई है। धीरज साहू व्यापारी परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता राय साहब बलदेव साहू छोटानागपुर से थे और उन्होंने स्वतंत्रता की लड़ाई में हिस्सा लिया था। लंबे समय से उनका परिवार कांग्रेस के साथ जुड़ा रहा है। उन्होंने खुद 1977 में राजनीति में कदम रखा था।
वह लोहरदगा जिला यूथ कांग्रेस में शामिल हुए और आगे बढ़ते रहे। उनके भाई शिव प्रसाद साहू रांची से दो बार कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा सांसद रहे थे। धीरज रांची के मारवाड़ी कॉलेज से बीए तक की पढ़ाई की है और झारखंड के लोहरदगा में रहते हैं। 2018 में राज्य सभा के लिए चुने जाने की प्रक्रिया में धीरज साहू ने जो हलफ़नामा दायर किया था। उसमे अपनी संपत्ति 34.83 करोड़ बताई थी। उन्होंने 2.04 करोड़ चल संपत्ति होने का दावा भी किया था। हलफ़नामे के अनुसार उनके पास एक रेंज रोवर, एक फॉर्च्यूनर, एक बीएमडब्ल्यू और एक पाजेरो कार है जबकि उनके प्रोफाइल के मुताबिक सूचनाएं सही प्रतीत नही हो रही है।
साहू ग्रुप पर टैक्स चोरी का आरोप है और इसी सिलसिले में 6 दिसंबर को कार्रवाई शुरू हुई थी। अब तक इनकम टैक्स अधिकारियों ने कुल 176 बैग में नकदी को रखा था। इन बैग में रखे कैश की गिनती शुरू की गई। रविवार देर शाम भारतीय स्टेट बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक भगत बेहरा ने बताया कि उन्हें गिनती के लिए 176 बैग में नकदी मिली थी। कैश की गिनती के काम में आयकर विभाग और विभिन्न बैंकों की लगभग 80 अधिकारियों की 9 टीमें जुटी थीं। इन्होंने 24 घंटे की शिफ्ट में काम किया।
सुरक्षा कर्मियों, ड्राइवरों और अन्य कर्मचारियों समेत 200 अधिकारियों की एक और टीम तब शामिल हुई जब कर अधिकारियों को कुछ अन्य स्थानों के अलावा नकदी से भरी 10 अलमारियाँ मिलीं। 40 मशीनों के जरिए कैश की गिनती की गई। अधिकांश नकदी ओडिशा में बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड से जुड़े परिसरों से बरामद की गई। है. इस दौरान आयकर विभाग की जांच टीम ने मामले के संबंध में कंपनी के विभिन्न अधिकारियों और अन्य लोगों के बयान दर्ज हुए। धीरज साहू का परिवार एक प्रमुख शराब निर्माण कारोबार में शामिल है और वो ओडिशा में ऐसी कई फैक्ट्रियों का मालिक है।
रांची के रेडियम रोड स्थित सुशीला निकेतन में आयकर विभाग के अधिकारियों की टीम सुबह ही पहुंच गई। लोहरदगा में छापेमारी की कार्रवाई पूरी हो चुकी है, जबकि ओडिशा के आवास, कार्यालय सहित झारखंड की राजधानी रांची में रेडियम रोड स्थित सुशीला निकेतन में छापेमारी जारी है। कार्रवाई के दौरान बरामद नोटों की गिनती जारी है। ओडिशा में कांग्रेस सांसद धीरज साहू के मैनेजर के पास से भी 20 पेटी कैश मिले थे। बरामद रुपये को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की स्थानीय शाखा में जमा कराया गया है, वहां नोटों की गिनती की जा रही है।