अर्चना कुमारी। पुलिस के संयुक्त अभियान के तहत श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के प्रमुख सुखदेवं सिंह गोगामेड़ी की हत्या में संलिप्तता के आरोप में चंडीगढ के होटल कमल प्लेस से तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें दो हमलावर शूटर्स भी शामिल हैं। इसके अलावा दो अन्य रामवीर जाट तथा कुलदीप को पकड़ा गया। इनमें रामवीर पर हमलावर की मदद करने और कुलदीप पर गैंगस्टर रोहित गोदारा के कहने पर फेसबुक पर हत्या की जिम्मेवारी लेने के लिए फर्जी आईडी बनवाने के आरोप है। पुलिस का दावा है कि आरोपियों में से दो वे लोग शामिल हैं, जिन्होंने गोगामेड़ी पर गोलियां चलाई थीं।
ज्ञात हो गोगामेड़ी की पांच दिसंबर को जयपुर में उनके आवास के बैठक कक्ष में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना की एक सीसीटीवी फुटेज में हमलावर गोगामेड़ी पर कथित तौर पर गोलियां चलाते दिख रहे थे। दोनों आरोपियों की पहचान जयपुर के रोहित राठौड़ और हरियाणा के महेंद्रगढ के नितिन फौजी के रूप में की थी और उनकी सूचना देने वाले को पांच लाख नकद इनाम देने की घोषणा की थी।
इस जानकारी पर दिल्ली पुलिस भी हत्यारोपियों को पकड़ने में जुटी थी और अपराध शाखा की एक टीम ने राजस्थान पुलिस के साथ संयुक्त अभियान चलाकर दोनों को शनिवार की रात चंडीगढ के सेक्टर 22 से पकड़ लिया। आरोपियों के साथ उनका एक और सहयोगी उधम सिंह भी पकड़ा गया है। दिल्ली पुलिस के अनुसार आगे की पूछताछ के लिए तीनों आरोपियों को जयपुर पुलिस को सौंप दिया गया है। दिल्ली पुलिस के अनुसार दबोचे गए रोहित मकराना क्षेत्र एवं नितिन हरियाणा के महेन्द्रगढ़ एवं उधम सिंह हिसार का रहने वाला हैं। दोनों शूटर राजस्थान से बस के द्वारा धारुहेड़ा पहुंचे और वहां से टैक्सी करके रेवाड़ी रेलवे स्टेशन पर पहुंचकर हिसार पहुंच थे। इसके बाद वहां उन्हें उनका एक सहयोगी मिल गया और टैक्सी के द्वारा हिमाचल के लिए निकल गए और बाद में चंड़ीगढ़ में आकर रुके थे। जहां उनकी लोकेशन मिलने पर उन्हें वहां तीनों को पकड़ लिया गया।
खुलासा हुआ है गोली मारकर हत्या करने वाले दो व्यक्ति फरार रहने के दौरान पहचान पत्र के सहारे चंडीगढ के होटल में ठहरे थे। दोनों हमलावर रोहित राठौड़ और नितिन फौजी विदेश भागने की फिराक में थे तथा गोगामेड़ी की हत्या करने के लिए प्रत्येक को कथित तौर पर 50,000 रूपए देने का वादा किया गया था। राठौड़ और फौजी की मुलाकात उनके दोस्त उधम से हुई, जिसने उन्हें पुलिस से छिपकर रहने में उनकी मदद की। फौजी और उधम की मुलाकात चार साल पहले हुई थी, जब दोनों सेना में भर्ती की तैयारी के लिए एक ही केंद्र पर प्रशिक्षण ले रहे थे। जांच में पता चला है कि फौजी हरियाणा में अपहरण और एक पुलिसकर्मी पर हमला करने के मामले शामिल रहा है, जबकि राठौड़ का भी पुराना आपराधिक रिकॉर्ड है और वह कुछ समय जेल में भी रह चुका था।
दिल्ली पुलिस ने बताया कि संभवत: राठौड़ ने वीरेंद्र चरण से मुलाकात की थी। पुलिस को संदेश है कि वीरेंद्र विदेश में मौजूद गैंगस्टर रोहित गोदारा के इशारे पर की गई गोगामेड़ी की हत्या की साजिश में शामिल है। रोहित गोदारा लॉरेंस-गोल्डी बराड़ गिरोह का करीबी सहयोगी है। उसने पांच दिसंबर को गोगामेड़ी की हत्या के तुरंत बाद सोशल मीडिया मंच ‘फेसबुक’ पर एक पोस्ट कर हत्या की जिम्मेदारी ली थी। सूत्रों ने बताया कि राठौड़ और फौजी विदेश भागने की फिराक में थे और कथित तौर पर गोगामेड़ी की हत्या करने के लिए प्रत्येक को 50,000 देने का वादा किया गया था। उनसे यह भी कहा गया कि जब तक उन्हें वादे के मुताबिक पासपोर्ट और वीजा नहीं मिल जाता तब तक वे भूमिगत रहें। सूत्रों ने बताया कि वे चंडीगढ से गोवा और आगे दक्षिण भारत में जाने की भी योजना बना रहे थे।