जनसंख्या समाधान फाउंडेशन के अध्यक्ष अनिल चौधरी के समर्थन में आमरण अनशन करने वाले महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज क़ो 8 नवंबर की रात क़ो जिला मुख्यालय से भी खडेद दिया गया।

जिला मुख्यालय के खाली और सुनसान होने के बाद जिलाधिकारी आर के सिंह ने स्वयं आकर पुलिस से उनको बलपूर्वक वहाँ से उठवाकर एस डी एम विनय कुमार की गाड़ी में महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज क़ो शिवशक्ति धाम भिजवाया। पुलिस और प्रशासन की इस नंगी गुंडागर्दी के सामने एक बूढ़े और बीमार सन्यासी क़ो पराजित होना ही पड़ा। प्रशासन और पुलिस की इस गुंडागर्दी के विरुद्ध पूरे भारतवर्ष के हिंदूवादी समाज में क्रोध और आक्रोश व्याप्त हो गया है।

अखिल भारतीय धर्मरक्षक त्यागी ब्राह्मण महासंघ के मुख्य संरक्षक सेवनिवृत कर्नल अमरदीप त्यागी व अमर बलिदानी मेजर आशाराम त्यागी सेवा संस्थान के महामंत्री अक्षय त्यागी ने संयुक्त वक्तव्य जारी करके भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार क़ो चेतावनी दी है की अगर धर्म के लिए निस्वार्थ लड़ने वाले सन्यासी का यूँ बिना मतलब अपमान किया जाता रहा तो सम्पूर्ण त्यागी समाज लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करेगा। अगर आवश्यकता पड़ी तो सम्पूर्ण त्यागी समाज की महापंचायत बुला कर इस पर निर्णय लिया जायेगा।
भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार ये अच्छी तरह समझ ले की महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी कोई अनाथ नहीं है।उन्होंने धर्म की रक्षा के लिए परिवार और समाज का परित्याग किया है परन्तु हमने उन्हें बिल्कुल नहीं छोड़ा है। आज सम्पूर्ण त्यागी समाज उन पर गर्व करता है और जरूरत पड़ी तो उनके सम्मान की रक्षा के लिए हर सम्भव संघर्ष करेगा।