जनता ने बहुत समझदारी से भाजपा को सबक दिया है कि ‘इंडिया साइनिंग’ में मत रहिए, अपने मुद्दे पर लौटिए! भजपा 5 जीरो से हार रही है, लेकिन राजस्थान और मध्य प्रदेश देखिए कि जनता ने उतनी बुरी तरह से भाजपा को नहीं छकाया है। साफ संदेश है कि मूल मुद्दे पर लौटो तो वापसी करोगे, अन्यथा इससे नीचे जाओगे! छत्तीसगढ़ में लोग रमण सिंह से नाराज थे, यह साफ था।
पांच राज्यों के चुनावी परिणाम का विश्लेषण! भाजपा के मूल मतदाताओं की नाराजगी मोदी-शाह पर पड़ी भारी! वीडियो विश्लेषण….
आप राहुल गांधी को देख लो। उसने भी इस चुनाव में मंदिर परिक्रमा खूब किया है, और परिणाम उनके अनुकूल रहा है। मेरे लिए खुशी की बात यह है कि इस चुनाव ने हिंदुत्व को केंद्र में ला दिया है, और यह अच्छा है। यदि प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा राम मंदिर, अनुच्छेद-३७०, समान नागरिक संहिता, जनसंख्या नियंत्रण आदि पर नहीं लौटी तो २०१९ में उनको पूर्ण बहुमत मिलना मुश्किल है।
मप्र और राजस्थान में SC/ST एक्ट ने भाजपा को नुकसान पहुंचाया है। यह भी साबित करता है कि भाजपा अपने मूल सवर्ण मध्यमवर्गीय वोटर का विश्वास खोती जा रही है। यही नहीं, प्रधानमंत्री मोदी के कारण २०१४ में बड़ी संख्या में जो OBC भाजपा से जुड़े थे, वह भी SC/ST एक्ट में संशोधन के कारण भाजपा से छिटक गये। दलित एक्ट के दुरुपयोग से सबसे ज्यादा प्रभावित यही OBC जतियां हैं। मोदी सरकार ने OBC आयोग को संवैधानिक मान्यता जैसा लॉलीपॉप जरूर देने की कोशिश की,लेकिन यह SC/ST संशोधन से उत्पन्न पीड़ा को कम करने में नाकाफी साबित हुआ। राजीव गांधी के लिए जैसे शाहबानो प्रकरण ‘वाटरलू’ साबित हुआ, वही मोदी सरकार के लिए SC/ST एक्ट के लिए लाया गया अधिनियम साबित हुआ है।
याद रखिए, सवर्ण व OBC कांग्रेस से छिटके, कांग्रेस बर्बाद हो गयी। राम मंदिर, हिंदुत्व, कश्मीर, समान नागरिक संहिता, जनसंख्या नियंत्रण, आय कर छूट, दलित एक्ट आदि के प्रति सबसे ज्यादा संवेदनशील यही दोनों जाति-वर्ग है।
भाजपा २०१९ में बड़े अंतर से वापसी कर सकती है, बस अपनी जड़ को समझ ले। जड़ खोद कर फल का स्वाद नहीं चखा जा सकता, नींब के बिना भवन खड़ा नहीं हो सकता।
प्रधानमंत्री मोदी जी व अमित शाह जी, ठीक से देखिए, जनता ने आपको हराया है, लेकिन बुरी तरह नहीं। वह आपको संकेत दे रही है। संकेत समझिए, अन्यथा २००४ जैसे अप्रत्याशित परिणाम के लिए २०१९ में तैयार रहिए। विकास वाजपेयी जी ने कम नहीं किया था, लेकिन मूल मुद्दे को भूलने का परिणाम उन्हें भुगतना पड़ा। आप दोनों समझदार हैं, जनता के निर्णय में छिपे संदेश को समझ लीजिए! याद रखिए, भाजपा कांग्रेस से अलग केवल हिंदुत्व के मुद्दे पर है, और इसे भूल कर आप जीत नहीं सकते।
२०१४ में ‘हिंदू आतंकवाद’ ‘राम काल्पनिक हैं’ और रामसेतु तोड़ने, सांप्रदायिकता हिंसा बिल लाने के कारण कांग्रेस की दुर्गति और भाजपा की पूर्ण बहुमत से वापसी हुई थी! इसे समझ लेंगे तो २०१९ में ३०० सीट का आंकड़ा पार कर लेंगे, अन्यथा विकास आपको २००-२१५ तक पैक कर देगा! और हा़, SC/ST एक्ट पर आपने जो गलती की है, उसका तोड़ भी आपके इन्हीं मूल मुद्दों में छिपा है। अब निर्णय आपके हाथ में है।
एक बात और, मैंने चुनाव के दौरान ही मैंने छत्तीसगढ़, मप्र व राजस्थान के मतदाताओं से बात की थी और मुझे तय हो गया था कि भाजपा तीनों में ही पिछड़ रही है। लेकिन मैं यहां बैठे अंधभक्त लठैतों के कारण नहीं लिख रहा था, क्योंकि समझ की जगह, गाली गलौच से कौन निपटे! इसीलिए कहता था कि मैं राज्य के चुनाव में इंटरेस्ट नहीं लेता। एक भी पोस्ट इसीलिए चुनाव पर मैंने नहीं लिखा था।
URL : Modi ji, Understand the message of the people hidden in BJP’s defeat in big states!
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