अर्चना कुमारी। दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की एक टीम ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता पंजिका (एनआरसी) संबंधित दिल्ली के दंगों में नामित एक वांछित अपराधी मोहम्मद साहिल को गिरफ्तार किया है, जिस पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था। पुलिस का कहना है कि गिरफ्तारी के डर से यह आरोपी छिपकर रह रहा था। पुलिस सूत्रों का कहना है कि बाटला हाउस जामिया नगर निवासी साहिल (25) पर जामिया नगर और एनएफसी क्षेत्र में दिसंबर 2019 के मध्य में हुए दंगों से संबंधित दो मामलों में इस आरोपी की तलाश थी।
इस बीच मुखबिर से मिली खुफिया सूचना के आधार पर छापेमारी कर बुधवार को साहिल को जामिया नगर से गिरफ्तार किया गया ।उस पर जामिया और उसके आसपास 15 दिसंबर, 2019 को हुए दंगों को लेकर पुलिस की तलाश थी । इस मामले की जांच सात जनवरी 2020 को एसआईटी अपराध शाखा को स्थानांतरित कर दी गई। अदालत में पेश न होने के कारण आरोपी साहिल सहित पांच आरोपियों के खिलाफ अदालत ने गैर जमानती वारंट जारी किया। उसके बाद मोहम्मद साहिल ने अपना पिछला पता बदल लिया था और अपने खिलाफ मुकदमे से बचने के लिए जामिया नगर में किराए के मकान में रहने लगा था।
पूछताछ में पता चला कि साहिल मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले का है। उसने छठी कक्षा तक पढ़ाई की है और अपने परिवार की खराब स्थिति के कारण अपना स्कूल छोड़ दिया और सब्जियां और फल बेचने में अपने पिता की मदद करना शुरू कर दिया। उनके माता-पिता अपनी आजीविका की तलाश में दिल्ली आ गए और जामिया नगर में रहने लगे। वह अपने पिता के साथ जामिया नगर में फल-सब्जी की रेहड़ी लगाता था। दिसंबर 2019 के दंगों में वह दंगाई भीड़ में शामिल हो गया और सरकारी सम्पत्ति को नष्ट करने में शामिल था। लेकिन प्राथमिकी दर्ज होने के बाद से लगातार फरार चल रहा था