अर्चना कुमारी। फ्रांस की राजधानी पेरिस समेत पूरा देश पिछले 3 दिनों से हिंसा की चपेट में है और इस तरह से मुस्लिम लड़के ने फ्रांस में करा दिया दंगा। अल्जीरिया मूल के मुस्लिम लड़के की मौत के बाद फ्रांस में कट्टरपंथी मुस्लिमों ने सड़क पर मचाई तबाही और फ्रांस में यह आग बुझने का नाम नहीं ले रहा। पुस्तकालय को जलाकर बनाया राख , शोरूम में लूटपाट समेत कई अन्य प्रतिष्ठानों में आग लगा दिए गए। बताया जाता है कि फ्रांस में तेजी से बढ़ रही मुस्लिम आबादी , 60 लाख के पार पहुंची। कहा जाता है कि 17 साल के युवक नाहेल की मौत के बाद फ्रांस में आज जो हो रहा है,
उसे पिछले एक दशक का सबसे भयानक दंगा बताया जा रहा है। वहां रहने वाले लोग भयभीत हैं और प्रदर्शनकारी यहां खुलेआम अंधाधुंध फायरिंग कर रहे हैं । बताया जाता है हालात इस कदर बेकाबू हो चुके हैं कि प्रदर्शनकारियों के मन में पुलिस का कोई खौफ नहीं है जबकि मुस्लिम प्रदर्शनकारियों द्वारा की गई लूटपाट और आगजनी में अरबों का नुकसान हो चुका है। प्रदर्शनकारी इस वक्त सब कुछ जलाने पर आमादा हैं, उनसे अब कोई चीज सुरक्षित नहीं बची है.।
दावा किया गया है कि फ्रांस में इस दंगे को रोकने के लिए 50 हजार पुलिसवाले तैनात किए गए हैं लेकिन प्रदर्शनकारियों को किसी का खौफ नहीं है ,हिंसा से बस ट्रांसपोर्ट ठप हो गया है और दर्जनों बसें तबाह हो चुकी हैं, प्रदर्शनकारियों के निशाने पर दुकान, दफ्तर, बैंक, शॉपिंग मॉल, लाइब्रेरी और स्कूल हैं, हालात बिगड़ते देख फ्रांस की पीएम ने मंत्रियों के साथ बैठक के बाद ऐलान किया कि वो फ्रांस में इमरजेंसी भी घोषित की जा सकती हैं,
दंगे के तीसरे ही दिन 249 पुलिसवाले जख्मी हुए वहीं पुलिस ने 875 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है, फ्रांस के राष्ट्रपति ने इस हिंसा फैलने के लिए सोशल मीडिया और बच्चों की परवरिश को दोष दिया