अर्चना कुमारी। गुरुग्राम में हिन्दू संगठनों को बदनाम करने के लिए विवादित पोस्टर लगाया गया। इतना ही नहीं कांग्रेस और सपा ने इस पर बहुत भला बुरा कहा लेकिन अब पोस्टर लगाने वाला निकला आसिफ तब कथित नेताओ की बोलती बंद है। गुरुग्राम में विहिप और बजरंग दल को बदनाम करने वाला आसिफ अब पकड़ा गया है । दरअसल इसका खुलासा तब हुआ जब धमकी वाले पोस्टर गुरुग्राम के सेक्टर 69- A क्षेत्र में 26-27 अगस्त 2023 की रात लगाए थे । पोस्टरों से माहौल तनावपूर्ण हो गया । इन पोस्टरों में विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल के नाम से झुग्गी-झोपड़ी खाली करने की धमकी लिखी थी। धमकी में झुग्गियाँ खाली करने की डेडलाइन 28 अगस्त रखी गई । इन पोस्टरों को लेकर इस्लामी और वामपंथी सहित कॉन्ग्रेस और सपा पार्टी के नेताओं ने हिन्दू संगठनों को खूब लातारा।
आरोप लगाया गया हरियाणा का माहौल खराब किया जा रहा है।लेकिन इस पूरी साजिश की मास्टरमाइंड आसिफ नाम का एक कबाड़ी निकला । पुलिस ने आसिफ को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया।हरियाणा पुलिस का कहना है,26-27 अगस्त की रात लगे पोस्टरों की प्राथमिकी 28 अगस्त को दर्ज हुई थी। मामले की जाँच क्राइम ब्रांच ने शुरू की।
पुलिस ने धमकी भरे पोस्टरों को लगाने के आरोप में उत्तराखंड के उधमसिंहनगर के गाँव सरकहड निवासी आसिफ को गिरफ्तार किया। पूछताछ में आसिफ ने बताया कि उसकी कबाड़ की दुकान गुरुग्राम के सेक्टर 69 के पास है। दुकान के पास एक अन्य कबाड़ी की भी दुकान है।आसिफ ने बताया कि वह कबाड़ के काम में आसपास कोई प्रतियोगिता नहीं चाहता था।
वह पड़ोस के दुकानदार को भगाना चाहता था। इसी साजिश के तहत उसने पड़ोसी की दुकान के आगे धमकी भरे पोस्टर चिपका दिए थे। आसिफ ने पुलिस के आगे अपना गुनाह कबूल कर लिया है। उसे जेल भी भेज दिया गया है। सूत्रों ने बताया इस पोस्टर में लिखा था, सारे झुग्गी वालों को सूचित किया जाता है 28-08-2023 तक खाली कर के चले जाओ, वरना इसका अंजाम बहुत बुरा होगा। अगर नहीं गए तो अपनी मौत का जिम्मेदार खुद होगा।
जितना जल्दी हो सके तुम सब खाली कर दो। साले मुल्ले लोगों की बहन-बीवी का बलात्कार होगा। अगर इज्जत बचाना है तो बचा लोग। तुम्हारे पास दो दिन हैं। फिर मत चिल्लाना।पोस्टर के अंत में बहन की गालियाँ देते हुए नीचे लिखा, “तुम्हारा बाप बजरंग दल। अन्य पोस्टर में नीचे विश्व हिन्दू परिषद लिख दिया गया था। हाथ से लिखे इन पोस्टरों को गोंद से चिपकाया गया था। हैरत की बात है बिना पुष्टि के सोशल मीडिया पर मामले को तूल दिया गया और एक चैनल ने शो तक बना डाला।
नेताओ ने भी इस मुद्दे पर बिना पुलिस की जाँच रिपोर्ट आए ही हंगामा मचाना शुरू कर दिया। कुछ के निशाने पर हरियाणा सरकार थी तो कुछ के हिंदूवादी संगठन। सभी के ट्वीट 28 अगस्त से 1 सितंबर के बीच किए गए । बताया जाता है एक आसिफ का पड़ोसी मोज़ेद अली की ही दुकान पर 26-27 सितंबर को आसिफ ने पोस्टर चिपकाए थे।
पुलिस में मोज़ेद अली ने पोस्टर चिपकाने के पीछे आसिफ के होने की आशंका जताई थी। इसके बाद भी मामले को हिंदू विरोधी बता तूल दिया गया ,शिकायतकर्ता बताया था कि 3-4 दिन पहले आसिफ ने उन्हें धमकी दे कर कबाड़ी की दुकान बंद करने के लिए कहा था। मोज़ेद अली उसी ऋषि पंडित की झुग्गी में रहते हैं जिसे खाली करने के पोस्टर लगाए गए थे।
शिकायतकर्ता मोज़ेद मूल रूप से पश्चिम बंगाल के मालदा के रहने वाले हैं। वह सेक्टर 69 गुरुग्राम में चाय-पानी बेचते हैं और कबाड़ का काम करते हैं।