अर्चना कुमारी। छत्तीसगढ़ के सुकमा इलाके में नक्सलियों ने बड़ा हमला किया। बताया जाता है मंगलवार को सुरक्षाबलों के जवानों पर ताबड़तोड़ फायरिंग की और हथियारों से लैस नक्सलियों ने बीजापुर-सुकमा के सीमावर्ती इलाके टेकलगुड़ेम में बने नए कैंप को निशाना बनाया। जिसके चलते कैंप पर हुए हमले में तीन जवान शहीद हो गए, जबकि चौदह जवानों के जख्मी हो गए। उन्हें इलाज के लिए जगदलपुर और बाद में हेलिकॉप्टर से रायपुर भेजा गया।
पुलिस के मुताबिक, टेकलगुड़ेम में मुठभेड़ जारी है। इस दौरान कम से कम 6 नक्सली मारे गए।हालांकि आधिकारिक पुष्टि बाकी है। ज्ञात हो टेकलगुड़ेम ने ब सीआरपीएफ का कैंप है। हाल में ही सुरक्षाबलों ने सुकमा जिले के टेकलगुड़ेम गांव में सीआरपीएफ का कैंप स्थापित किया है।
यहां पर सीआरपीएफ, एसटीएफ और पुलिस के जवान नक्सली गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए तैनात किए गए है। जवानों की एक टुकड़ी गस्त पर निकलने वाली थी, इसी दौरान बड़ी संख्या में घात लगाए बैठे नक्सलियों ने उन पर अचानक फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद कोबरा, एसटीएफ, डीआरजी बल के जवानों ने भी हमले का जवाब दिया।
बाद में सुरक्षाबलों को भारी पड़ता देख नक्सली जंगल की आड़ लेकर भाग निकले।इसके बाद हेलिकॉप्टर से रायपुर भेजे गए घायल जवान और उनका उपचार जारी है।
बस्तर आईजी सुंदरराज पी जगदलपुर एयरपोर्ट पहुंचे और यहां लाए गए घायल जवानों का हाल चाल जाना। अभी घायल 6 जवानों का जगदलपुर मेडिकल कालेज में इलाज चल रहा है। जबकि 8 जवानों को हेलिकॉप्टर से रायपुर रेफर किया गया। घायल जवानों की स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है। सूत्रो के अनुसार घायल जवानों के नाम है।
कोबरा बटालियन ओमप्रकाश, हरेंद्र सिंह, खड़ेकर रामदास, गोपीनाथ बासू भातरी, राजेश पंचाल, मनोज नाथ, मो. इरफान, ई. वंकेश, विकास कुमार। अविनाश शर्मा, टी मधुकुमार, मलकीत सिंह और सिपाही लांबा आदि। ज्ञात हो पहले इसी इलाके में इस तरह के हमले में शहीद हुए थे 23 जवान और जिस इलाके में नक्सलियों ने कैंप पर हमला किया है, उसी टेकलगुड़ेम के जंगलों में 2021 में नक्सलियों और सुरक्षाबलों के जवानों के बीच बड़ी मुठभेड़ हुई थी। यह इलाका नक्सलियों का गढ़ माना जाता है और सुरक्षा बल तथा नक्सली के बीच गोलीबारी जारी है।