अर्चना कुमारी। राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव जमीन के बदले नौकरी संबंधी कथित घोटाले को लेकर प्रवर्तन निदेशालय की धनशोधन संबंधी जांच के सिलसिले में पूछताछ के लिए मंगलवार को यहां संघीय एजेंसी के कार्यालय पहुंचे। पूर्व उपमुख्यमंत्री पूर्वाह्न करीब 11 बजकर 35 मिनट पर निदेशालय के कार्यालय पहुंचे। इसी मामले में उनके पिता और राजद प्रमुख लालू प्रसाद से प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने सोमवार को नौ घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की।
करीब इतना ही समय उनसे भी पूछताछ हुए। संघीय जांच एजेंसी ने प्रसाद और उनके बेटे तेजस्वी यादव से पूछताछ के लिए 19 जनवरी को नए समन जारी किए थे। उनसे लगभग पचास से ज्यादा सवाल पूछे गए। पूछताछ जमीन के बदले नौकरी देने के मामले में हो रही थी। सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय के पास इसे लेकर महत्वपूर्ण दस्तावेज हैं। जिसे लेकर भी पूछताछ की गई। तेजस्वी से पहले राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से भी आईआरसीटीसी घोटाले और जमीन के बदले नौकरी देने के मामले में सोमवार को पूछताछ हो चुकी है।
सूत्रो ने दावा किया प्रवर्तन निदेशालय के करीब 12 अधिकारी तेजस्वी यादव से सवालों की लिस्ट लेकर पूछताछ कर रहे थे। इन सवालों के फेहरिस्त में सबसे अहम सवाल ये कि तेजस्वी यादव से पूछा गया कि इतने कम उम्र में ही कंपनी बनाने का आइडिया कहां से आया था। ईडी के अधिकारियों ने ये भी पूछा कि तब आप नाबालिग थे।
ऐसे में करोड़ों रुपए कमा लेने वाली कंपनी कैसे बनी। प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने तेजस्वी यादव से पूछा कि कंपनी चार करोड़ की बनाई गई तो उसके बाद कुछ ही वर्षों में इस कंपनी से करोड़ों का ट्रांजैक्शन कैसे होने लगा। इस पर वो सही जवाब नही दे पाए।जब तेजस्वी यादव से पटना के ईडी दफ्तर में पूछताछ हुई, तब से आरजेडी के तमाम लीडर दफ्तर के बाहर मौजूद रहे।
बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव की बड़ी बहन मीसा भारती और उनके भाई तेज प्रताप यादव दोनों दफ्तर के बाहर मौजूद रहे। वहीं, सिंगापुर में उनकी बहन रोहिणी आचार्य भी सोशल मीडिया के जरिए मोर्चा खोले हुई हैं। रोहिणी आचार्य ने प्रवर्तन निदेशालय की पूछताछ पर आपत्ति जताते हुए आपत्तिजनक टिप्पणी की। उन्होंने पूछताछ करने वाले अधिकारियों को कुत्ता तक कह दिया।