आपको लगता होगा कि रजत शर्मा का इंडिया टीवी दक्षिणपंथी है और प्रणय जेम्स राय का एनडीटीवी वामपंथी! है न? लेकिन जब नफरत बेचने का धंधा हो तो यह दक्षिणपंथी और वामपंथी एक होकर इसे बेचते हैं। कठुआ मामले में हिंदू-मुसलिम नफरत का धंधा खड़ा करने वाले जिन 12 मीडिया हाउस पर हाईकोर्ट की कार्रवाई हुई थी, उसमें रजत शर्मा और प्रणय जेम्स राय, दोनों का चैनल था। अब तन्वी सेठ ऊर्फ सादिया अनस पासपोर्ट मामले में जो सच छन कर सामने आ रहा है, उसके मुताबिक उसमें भी रजत शर्मा के चैनल की रुचि कुमार और प्रणय जेम्स राय के चैनल के कमाल खान पर पूरे देश में नफरत का माहौल बनाने की साजिश रचने का आरोप है। कमाल देखिए, कमाल खान और रुचि कुमार पति-पत्नी है, दोनों ने अंतरमजहबी शादी की है, इसके बावजूद एक अंतरमजहबी शादी के नाम पर इन्होंने झूठ का बवंडर खड़ा किया।
तन्वी सेठ ऊर्फ सादिया अनस और उसके पति मोहम्मद अनस सिदिदकी के पासपोर्ट मामले में स्थानीय गवाहों का कहना है कि एनडीटीवी के कमाल खान ने सबसे पहले दोनों पति-पत्नी को यह सुझाव दिया कि वह अपनी पासपोर्ट की समस्या को मजहबी रंग दे दे! गवाहों के बयानों के आधार पर प्रसिद्ध वकील प्रशांत उमरांव से लेकर कई सारे लोगों ने ट्वीट कर कमाल खान की पोल खोली है!
NDTV UP head Kamal Khan had conspired with Sadia & Anas Siddiqui & gave communal colour to the #passport issue to defame Hindus. Her passport could be cancelled.
— Prashant Patel Umrao (@ippatel) June 26, 2018
वैसे इंडिया स्पीक्टस डेली इस तथ्यों की पुष्टि का कोई दावा नहीं करता, लेकिन उस दिन कमाल और रुचि के रिपोर्ट की पटकथा और साक्षात्कार की एक जैसी जगह देखकर यह कह सकता है कि दोनों ने मिलकर कहानी रची होगी! इस ट्वीट के बाद हम इंडिया स्पीक्स डेली ने उस दिन के एनडीटीवी और इंडिया टीवी की रिपोर्टिंग का वीडियो यूटयूब पर जाकर देखा तो जबरदस्त खुलासा हुआ। इंडिया स्पीक्य यह जानता था कि कमाल खान और रुचि कुमार पति-पत्नी हैं। जनता को झांसे में रखने के लिए दोनों में से एक दक्षिणपंथी न्यूज चैनल में तो दूसरा वामपंथी न्यूज चैनल में काम करते हैं। बिल्कुल दो ध्रुवों पर खड़े दो चैनलों में काम करने के बावजूद दोनों की रिपोर्टिंग से लेकर स्क्रिप्ट तक समान होता है। यही इस मामले में भी देखने को मिला।
कमाल खान और रुचि कुमार ने सादिया और अनस का साक्षात्कार उस तरह से नहीं किया, जैसे कि एएनआई या अन्य चैनलों ने किया। बड़े इत्मीनान से दोनों पति-पत्नी ने उन दोनों पति-पत्नी को एक डिपार्टमेंटल स्टोर में ले गये और बैठाकर दोनों से सवाल किया। ताज्जुब दोनों की स्क्रिप्ट तक सेम थी और दोनों की रिपोर्ट में झूठ से लेकर सवाल-जवाब तक समान था। आप खुद देखिए…
रजत शर्मा के इंडिया टीवी और उसकी लखनउ प्रतिनिधि रुचि कुमार कर नरेशन…
* पासपोर्ट देने पर धर्म पर सवाल क्यों
* मजहब के नाम पर बदसलूकी
* यूपी के सरकारी दफ्तर में हिंदू-मुसलिम
* पासपोर्ट दफ्तार में मजहब के नाम पर नफरत
* धर्म के नाम बदसलूकी का मामला सामने आया है
* मुसलिम पति पर हिंदू पत्नी से सवाल क्यों?
* विकास मिश्रा ने तन्वी सेठ का पासपोर्ट बनाने से इसलिए इनकार कर दिया कि उसने एक मुसलिम शख्स से शादी की
* पासपोर्ट अधिकारी विकास मिश्रा ने तन्वी के पति मो अनस का पासपोर्ट रिन्यू करने से भी मना कर दिया और कहा कि उन्हें अपना धर्म बदलना पड़ेगा। इंडिया टीवी कहता मो अनस का पासपोर्ट 2007 से बना हुआ था। विकास मिश्रा ने मो अनस से कहा कि अब उन्हें अपना धर्म बदला होगा।
इस बदसलूकी के बाद जब तन्वी ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को टवीट किया तो विदेश मंत्रालय ने फौरन पासपोर्ट अधिकारी विकास मिश्रा का तबादला कर दिया।
* तन्वी बार-बार झूठ बोलने की कोशिश करती है कि आपका पासपोर्ट नहीं बन सकता है, क्यांेकि आपने एक मुसलमान से शादी की है और आपने अपना नाम नहीं चेंज किया है। तब तक पासपोर्ट नहीं मिल पाएगा, जब तक मैरेड नेम कन्वर्टेड नेम नहीं यूज करोगे। इस बात को बोलने में उसे पूरा जोर लगाना पड़ रहा है जो साफ दिख रहा है। साफ दिख रहा है कि टीवी रिपोर्टर तोता बनाकर उससे बुलवा रही है।
* वहीं उसके पति का साक्षात्कार भी उसी दुकान पर लिया गया। मो अनस को डक्यमेंट दिखाने को कहा। आप क्या कन्वर्ट होंगे। आपको कन्वर्ट होना पड़ेगा। आपको अपना नाम चेंज कराना बड़ेगा। गोत्र मंत्र पढने पड़ेंगे। वरमाला पहनानी पड़ेगी। फेरे लेने पड़ेंगे तब आपका प्रोपर पासपोर्ट बन पाएगा। आपका ऑन होल्ड कर रहा हूं। आप एपीओ ऑफिसर से जाकर बात कीजिए।
रुचि कुमार का बयान-
रिजनल पासपोर्ट अधिकारी से बात हुई। उन्होंने कहा कि जो कुछ हुआ गलत हुआ। वह इससे शर्मिंदा हैं। तन्वी और उसके हसबैंड से माफी मांगने को तैयार हैं। उनका कहना है कि आज ही की तारीख में दोनों को पासपोर्ट बनाकर दे दिया जाएगा। वो कह रहे हैं कि पासपोर्ट के जो नियम होते हैं उसके तहत किसी से भी मैरिज सर्टिफिकेट नहीं मांगा जाता है। जो भी लिखकर जो देता है वह माना जाता है। जिस तरह का व्प्यवहार विकास मिश्रा ने किया है उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अभी उनका ट्रांसफर किया जा रहा है और उसके बाद आगे की कार्रवाई भी की जाएगी।
पति पत्नी ने बताया कि विकास मिश्रा की शिकायत इस तरह की पहले भी आयी हैं। पासपोर्ट अफसर कह रहे हैं कि उन पर कड़ी कार्रवाई की जा सकती है।
दैनिक जागरण और अमर उजाला जैसे बड़े अखबारों ने पासपोर्ट अधिकारी पीयूष वर्मा का बयान छापा है, जिसमें वह साफ कहते हैं कि विकास मिश्रा की इससे पूर्व कभी शिकायत नहीं आयी। लेकिन रुचि कुमार झूठ बोलते हुए कह रही है कि विकास मिश्रा की इससे पहले भी शिकायत आ चुकी है।
अब एनडीटीवी और कमाल खान का नरेशन देखते हैं-
* कमाल खान ने भी उसी डिपार्टमेंटर स्टोर में साक्षात्कार लिया
* मुसलिम से शादी की सजा मिली
* मुसलिम पति से कहा कि पहले आप अपना धर्म बदलिए
* महिला से कहा कि एक मुसलिम से शादी की है इसलिए नाम बदलिए
* अपने अपने सारे डक्यूमेंट में नाम बदलना होगा
* मोहम्मद अनस सिदिदकी नाम बदलवाएं, हिंदू बनें, गोत्र मंत्र पढें, फेरे लें या तन्वी अपना नाम बदलवाएं
* तन्वी का पति मोहम्मद अनस सिदिदकी द्वारा पासपोर्ट अधिकारी विकास मिश्रा पर लगाया गया आरोप कि उन्होंने कहा पहले हिंदू बनो, सात फेरे लेकर शादी करो, गोव-मंत्र पढ़ो यह सारा स्क्रिप्ट रुचि और कमाल की रिपोर्ट में ही सामने आयी थी। पूर्व में एएनआई एवं अन्य टीवी रिपोर्ट में इसका जिक्र नहीं है। यह साफ पता चलता है कि पत्रकार पति-पत्नी कमाल खान और रुचि कुमार ने मोहम्मद अनस को जो स्क्रिप्ट दी थी, उसे उसने पढ दिया। हां, बाद में उसने एक संयुक्त प्रेस वार्ता में जरूर इसे दोहराया, लेकिन इंडिया और एनडीटीवी पर बोलने से पहले उसने कहीं इसका जिक्र नहीं किया था। साफ साफ यह कमाल खान और रुचि कुमार द्वारा मो अनस के मुंह से अपनी स्क्रिप्ट को कहवाने जैसा मामला है।
पुरुष महिला के बीच में कोई ताली बजाने वाला जैसे आ जाता है, उसी तरह हिंदू नफरत की दुकानदारी करने वाले कम्युनिस्ट न्यूज चैनल एबीपी और उसके नटुआ जैसी हरकत करने वाले एंकर अभिसार शर्मा ने इस पूरे फेक मामले को टवीटर पर अभियान का रूप दिया। अब उस नटुए की उस दिन की रिपोर्ट देखिए…
* आज की बड़ी खबर में शर्म
* ये भारत की तस्वीर कैसे हो सकती है
* और यह यदि भारत की तस्वीर है तो हम सबको चिंता करनी चाहिए
* दो अलग अलग मजहब के लोगों की शादी को सरकारी तौर पर टारगेट किया गया
* न्यू इंडिया शर्मनाक है
* हिंदू महिला, मुसलिम पुरुष के साथ धर्म पर बदसलूकी
* अधिकारी ने धर्म बदलने को कहा
* नागरिक और संवैधानिक तौर पर जो आजादी मिली है उस पर हमला
* पासपोर्ट अधीक्षक विकास मिश्रा ने कहा, आपके साथ तो प्रॉब्लम है। आपने एक मुसलमान से शादी की है तो आपका नाम तन्वी सेठ कैसे हो सकता है? आप अपना नाम बदलवाएं।
* किसने अधिकार दिया इस पासपोर्ट अधिकारी को कि वह एक महिला से पूछे कि शादी के बाद तुमने अपना मजहब क्यों नहीं बदला? अपनी पहचान क्यों नहीं बदली?
* अनस से कहा कि आप अपना धर्म बदल दीजिए। हिंदू धर्म अपना लीजिए। हिंदू बनकर सात फेरे लीजिए।
* आप खुद बताइए कि आप किसी से मोहब्बत करते हैं, शादी करते हैं, संविधान आपको नहीं रोकता है। पासपोर्ट अधिकारी इस तरह का बर्ताव करे तो यह न्यू इंडिया पर बहुत बड़ा सवाल है? नये भारत की यह नई तस्वीर है- हम सब हैरान है। यहां न्यू इंडिया कह कर अभिसार बार-बार पीएम मोदी को टारगेट कर रहा है, क्योंकि घोषित मोदी हेटर है।
* 12 साल की शादी के बाद इन्हें इस पर अपमानित किया गया
* फिर अभिसार अपनी कुंठा निकालता है एयरटेल मामले में एक एक युवती के कहने पर एयरटेल ने अपने अधिकारी को बदल दिया गया?
* तन्वी ने टवीटर पर सुषमा स्वराज के सामने मामला उठाया था
* यह भारत की अच्छी तस्वीर पेश नहीं करता
* यहां दो समस्याएं हैं
* आपको किसने अधिकार दिया कि आप किसी महिला से कहें कि शादी के बाद अपना धर्म बदल लो, हिंदू धर्म अपना लो
सरकारी तौर पर नफरत को जायज ठहराने की कोशिश है
अब एबीपी न्यूज के संवाददाता पंकज झा का जजमेंटल नरेशन देखिए-
* एबीपी का संवाददाता पंकज झा पति पत्नी दोनों से कहता है कि आपके लिए काफी हॉरिफिक रहा होगा
यह जीवन पर रहेगा आपके साथ कि आपके साथ ऐसा कुछ हो गया
* आपकी 12 साल की शादी है, कभी ऐसे दिन के बारे में सोचे थे?
* इस एक घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया कि क्या ऐसा भी हो सकता है किसी के साथ? और ऐसा हुआ भी है!
लखनउ में दो घटनाएं हुई है। यह सोच खतरनाक है। दूर दराज के लोगों के पास पहले भी ऐसा हुआ हो
टिप्पणी
अब पाठकों को तय करना है कि आप अभी भी मुख्यधारा की मीडिया पर भरोसा रखना चाहते हैं, या इनका पूरी तरह से बहिष्कार करते हैं? हिंदू-मुसलिम की समस्या समाज में उतनी नहीं है, जितना कि ये न्यूज चैनल लगातार खड़़ा करने की कोशिश कर रहे हैं। बीफ के नाम पर, चर्च पर हमले के नाम पर, कठुआ, यह पासपोर्ट मामला-सब फेक न्यूज के जरिए फेक नरेशन बनाने का प्रयास है ताकि भारत पूरी दुनिया में बदनाम हो, इस पर अंतरराष्ट्रीय दबाव पड़े, समाज में नफरत बढ़े और ये लोग अपनी इटालियन अम्मा की सरकार को फिर से सत्ता में ले जाएं ताकि 2जी, कोयला खदान, कॉमनवेल्थ जैसे घोटालों में पहले की तरह कांग्रेस के साथ मिलकर यह सहभागिता कर सकें।
यूपी के एक बड़े पत्रकार ने प्लांट की थी पासपोर्ट की स्टोरी। सबसे पहले उन्होंने ही धर्म के एंगल पर दौड़ाई थी ब्रेकिंग। पासपोर्ट को भी बना दिया हिंदू-मुस्लिम लड़ाई का अखाड़ा। ताकि बाजार में खूब बिके स्टोरी, मचे हल्ला और दबाव में नियम दरकिनार कर जारी हो जाए पासपोर्ट।
— Navneet Mishra (@navneetmishra99) June 26, 2018
Ndtv UP bureau chief Kamal khan is the first man who gives tanvi alias sadiya passport issue as communal color. It was pre planned as eye witness said that sadiya called kamal khan and then whole matter turned as muslim victim case
— Jitendra pratap singh (@jpsin1) June 26, 2018
Ndtv UP bureau chief Kamal khan is the first man who gives tanvi alias sadiya passport issue as communal color. It was pre planned as eye witness said that sadiya called kamal khan and then whole matter turned as muslim victim https://t.co/dJ7iKzaZ1t .. @myogiadityanath
— Truth Behind News (@socialmediatbn) June 26, 2018
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