आईएसडी नेटवर्क। अगस्त माह में अमेरिका के कैलिफोर्निया स्टेट में जातिगत भेदभाव पर प्रतिबंध लगाने वाले विधेयक Anti-caste Bill SB-403 पारित किया गया था। ये विधेयक उन लोगों को सुरक्षा प्रदान करता है जिन्हें जातिगत पूर्वाग्रह और पूर्वाग्रह के कारण व्यवस्थित रूप से नुकसान पहुंचाया गया है। इसके पारित होने के एक माह बाद ही कैलिफोर्निया के गवर्नर गेविन न्यूसम ने जाति विधेयक पर वीटो कर दिया है। यह विधेयक अब कानून का रुप नहीं ले सकेगा।
अमेरिका के कैलिफोर्निया गवर्नर गेविन न्यूसम ने एक ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए ‘कैलिफोर्निया जाति विधेयक’ पर वीटो कर दिया। न्यूसम ने विधेयक को वीटो करने के पीछे का कारण बताते हुए कहा है कि कैलिफोर्निया में जाति के आधार पर भेदभाव पर रोक लगाने वाला कानून पहले से है, इसलिए यह विधेयक गैर-जरूरी है। अमेरिका का एक बड़ा तबका इस निर्णय को वहां बसे भारतीय समुदाय की जीत बता रहा है। कुछ इंडो-अमेरिकन संगठनों की राय थी कि ये विधेयक भारतीयों और हिन्दुओं के विरुद्ध भेदभाव कर रहा था।
गेविन न्यूसम ने कहा “मैं अपने हस्ताक्षर के बिना सीनेट बिल 403 लौटा रहा हूं। गवर्नर ने आगे कहा कि हमारा मानना है कि कैलिफोर्निया में हर कोई समान और सम्मान के साथ रह रहा है। कोई कहीं से भी आया हो या वह कोई भी हो या कहीं भी रहता हो इससे फर्क नहीं पड़ता। वह सम्मान का हकदार है। कैलिफोर्निया में पहले से ही लिंग भेद प्रतिबंधित है। जातिगत भेदभाव भी प्रतिबंधित है, इसलिए यह विधेयक अनावश्यक है। इसके बाद हिन्दू -अमेरिकन फाउंडेशन ने एक बयान जारी कर गवर्नर का आभार व्यक्त किया है।
एचएएफ के प्रबंध निदेशक समीर कालरा ने कहा कि ‘हम गवर्नर न्यूसम को उन हजारों आवाजों को सुनने के लिए धन्यवाद देते हैं जिन्होंने उनके कार्यालय से संपर्क किया और देखा कि एसबी-403 नस्लवादी बयानबाजी एवं आधारहीन दावों पर केंद्रित था।’ Anti-caste Bill SB-403 को लेकर भारत से दिलीप मंडल और उनके समूह का तगड़ा समर्थन था। दिलीप मंडल ने इस कानून के पारित होने पर प्रसन्नता व्यक्त की थी और अमेरिका में रहने वाले धनिक हिन्दुओं पर कुछ लेख भी लिखे थे। हालाँकि अब दिलीप मंडल और उनकी टीम विधेयक पर वीटो लगा दिए जाने के बाद मायूस होगी।