अर्चना कुमारी। दिल्ली में चर्चित निर्भया कांड में मलेच्छ नाबालिग ने लड़की की निजी अंग में रॉड डाल दिया था ,जिसके चलते उसकी मौत हो गई थी और यह घटना देश-विदेश में चर्चित हुआ था। इस नाबालिग को कानून भी सजा नहीं दिलवा सका और वह आजाद हो गया। इसी तरह एक बार फिर एक मलेच्छ ने अपने ही समुदाय के लड़के के साथ कुकर्म की जाने के बाद उसके निजी अंगों में रॉड डाल दी थी।
जिसके चलते उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई । इस घटना से गुस्साए परिजनों ने सड़क जाम कर के आरोपियों को पकड़े जाने की मांग की है हालांकि इस मामले में दो आरोपी पकड़े जा चुके हैं लेकिन तीसरा आरोपी अब तक फरार बताया जाता है। हैरत की बात तो यह है कि जो इस तरह के अपराध को अंजाम दिया ,वह मृतक के दोस्त और रिश्तेदार थे।
सूत्रों का दावा है कि सीलमपुर इलाके में लगभग निर्भया जैसी हैवानियत का शिकार 11 साल का मासूम किशोर जिंदगी की जंग हार गया। एलएनजेपी अस्पताल में मल्टी ऑर्गन फेलियर की वजह से उसकी मौत हो गई। 18 सितंबर को सीलमपुर के ही तीन नाबालिग लड़कों ने मासूम के साथ कुकर्म किया था और उसके निजी अंग में लोहे की रॉड डाल दी थी।
इसके बाद उसकी बुरी तरह पिटाई कर काफी ऊंचाई से नीचे फेंक दिया था। इसके परिवार में माता-पिता के अलावा एक 11 साल की जुड़वा बहन, दो शादीशुदा बहनें व एक शादीशुदा और भाई है। मृतक सरकारी स्कूल में पांचवीं कक्षा का छात्र था। पुलिस ने पॉक्सो, कुकर्म व अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर दो नाबालिग लड़कों को हिरासत में लेकर उनको जेजे बोर्ड में पेश किया। जहां से दोनों को बाल सुधार गृह भेज दिया गया।
परिजनों का आरोप में वारदात में शामिल मुख्य नाबालिग आरोपी फरार है। उसका परिवार घर पर ताला लगातार फरार है। तभी से पुलिस की टीमें उसकी तलाश कर रही है। इधर मासूम की मौत के बाद से उसके परिजनों का रोते-रोते बुरा हाल है। बड़ी बहन ने बताया कि उनका भाई पढ़ने में बेहद होशियार था। उसका भाई बड़ा होकर पुलिस अफसर बनना चाहता था।
बताया जाता है कि घटना के बाद 22 सितंबर को मासूम ने खुद ही अपना एक वीडियो बनाया था। बाद में धीरे-धीरे यह सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। करीब एक मिनट 35 सेकंड के वीडियो में मासूम खुद के साथ हुई हैवानियत के बारे में बता रहा है। परिजनों का कहना था कि पुलिस की लापरवाही की वजह से आरोपी लड़का फरार है। इसी लड़के ने मासूम के साथ सबसे ज्यादा हैवानियत की थी।